G-20 Summit: दिल्ली के प्रगति मैदान में स्थित भारत मंडपम में आज G-20 के तीसरे सत्र की बैठक हुई। इस दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने G-20 समिट में अपने संबोधन के दौरान जलवायु कार्रवाई पर जोर दिया और विश्व नेताओं से कार्बन उत्सर्जन को कम करने की अपनी प्रतिबद्धता में एकजुट होने और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों का सामना करने वाले देशों को सहायता प्रदान करने का आह्वान किया।
वहीं, ऋषि सुनक ने क्लाइमेट चेंज के प्रभाव को कम करने और दुनिया के कमजोर देशों की मदद लिए वित्तीय योगदान देने की घोषणा की। दरअसल, भारत में ब्रिटेन के उच्चायोग ने बताया कि ब्रिटेन ने ग्रीन क्लाइमेट फंड के लिए 2 बिलियन डॉलर देने की घोषणा की है। यह वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए यूनाइटेड किगंडम द्वारा सबसे बड़ी फंडिंग है। ब्रिटेन की यह फंडिंग 2014 की शुरुआती फंडिंग से दोगुना बताई जा रही है।
गौरतलब है कि जी20 शिखर सम्मेलन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को एक साथ लाया। जलवायु परिवर्तन सहित महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। G20 शिखर सम्मेलन के बाद, दुनिया का ध्यान आगामी COP28 शिखर सम्मेलन पर केंद्रित हो जाएगा, जहां राष्ट्रों से ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने की उम्मीद की जा सकती है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘वन फ्यूचर’ के विषय पर चर्चा के बाद जी20 शिखर सम्मेलन के समापन की घोषण की। समपान का ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संपूर्ण विश्व में आशा और शांति का संचार हो। 140 करोड़ भारतीयों की इसी मंगलकामना के साथ आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद।’ इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा को जी20 समूह की अध्यक्षता सौंप दी। इस दौरान उन्होंने सिल्वा को पारंपरिक गैवल (एक प्रकार का हथौड़ा) सौंपा।