Delhi: दिल्ली मेट्रो ने इस वर्ष रक्षाबंधन से ठीक एक दिन पहले यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के मामले में फिर रिकॉर्ड बना लिया है. दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए दिल्ली मेट्रो लाइफ लाइन मानी जाती है. दिल्ली मेट्रो उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद व नोएडा और हरियाणा के बॉर्डर के जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम, बहादुरगढ़ को भी दिल्ली से जोड़ती है. शुक्रवार को दिल्ली मेट्रो की इन सभी लाइनों को मिलाकर कुल 81,87,674 यात्रियों ने सफर किया, जो अब तक का सबसे अधिक है.
पुराने रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
इससे पहले का उच्चतम राइडरशिप रिकॉर्ड 18 नवंबर 2024 को बना था, जब 78.67 लाख पैसेंजर जर्नी दर्ज की गई थीं. इसके अलावा 20 अगस्त 2024 को 77.48 लाख और 13 फरवरी 2024 को 71.09 लाख यात्राएं दर्ज हुई थीं. त्योहारों और भीड़भाड़ वाले मौकों पर मेट्रो का उपयोग लगातार बढ़ रहा है.
क्यों बढ़ जाती है मेट्रो में भीड़?
त्योहारी सीजन में लोग ट्रैफिक जाम से बचने और समय पर गंतव्य तक पहुंचने के लिए मेट्रो को प्राथमिकता देते हैं. 8 अगस्त को दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर लंबा जाम था, जिससे बचने के लिए मेट्रो सबसे सुविधाजनक विकल्प रही. यह न केवल समय बचाती है बल्कि आरामदायक और सुरक्षित सफर भी सुनिश्चित करती है. रक्षाबंधन जैसे मौकों पर घर जाने, खरीदारी करने और रिश्तेदारों से मिलने के लिए मेट्रो की लोकप्रियता और भी बढ़ जाती है.
मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था बढा दी गई
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस से पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर, 9 अगस्त से मेट्रो स्टेशनों पर सीआईएसएफ ने यात्रियों की सुरक्षा जांच कड़ी कर दी है. इसे लेकर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘स्वतंत्रता दिवस तक, खासकर व्यस्त समय के दौरान, कुछ मेट्रो स्टेशनों पर लंबी कतारें लग सकती हैं. इसलिए, यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना इसी के अनुसार बनाएं और इन दिनों में यात्रा के लिए कुछ अतिरिक्त समय निकालें. यात्रियों से अनुरोध है कि वे इन जांचों के दौरान सुरक्षाकर्मियों के साथ सहयोग करें.’
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