इस दौरान सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गश्त बढ़ा दी गई है। वहीं हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। बीएसएफ अधिकारियों ने कहा भारी बर्फबारी के कारण खराब मौसम के बावजूद बीएसएफ हाई अलर्ट पर है और जवान 96 किमी एलओसी पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी 164 फॉरवर्ड डिफेंस लोकेशन पर सबसे ज्यादा चौकसी बरती गई है।
जो अत्यधिक बर्फीले क्षेत्रों या घने जंगल में स्थित हैं। वहीं परिचालन क्षेत्र में तैनात बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घुसपैठियों की तलाश के लिए सीमा और आसपास के वन क्षेत्रों में जवान गश्त कर रहे हैं, लेकिन भारी बर्फबारी से तलाशी अभियान काफी मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के पैरों के निशान लगातार बर्फबारी के कारण जल्दी ढक जाते हैं और उनकी उपस्थिति का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। निगरानी के लिए ड्रोन का प्रयोग किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा ग्रिड के अधिकारियों ने कहा है कि आईएसआई इन आतंकवादियों को सर्दियों के कपड़े और सूखा राशन मुहैया करा रही है।
आईएसआई आतंकियों को पंजाब में लाने के लिए जम्मू की सीमा से होते हुए उन्हें खदेड़ने की पूरी कोशिश कर रही है। जहां वह किसी भी कीमत पर चुनाव प्रक्रिया में खलल डालना चाहते हैं। वहीं बीएसएफ कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक राजा बाबू सिंह ने कहा कि करीब 104 से 135 आतंकवादी एलओसी के पार भारतीय सीमा में घुसने को तैयार हैं।