नई दिल्ली। युवाओं के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद के जन्म-दिवस 12 जनवरी को हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 1863 को कोलकाता में जन्मे स्वामी विवेकानंद को विश्व भर में सर्वाधिक प्रसिद्ध दार्शनिकों में से एक माना जाता है। भारत सरकार द्वारा 1984 में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाये जाने की घोषणा की गयी थी। इसके बाद वर्ष 1985 से राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर मनाया जाता है। दर्शनशास्त्र, धर्म, साहित्य, वेद, पुराण और उपनिषद की बेहद अच्छी जानकारी रखने वाले समाज सुधारक और आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद युवाओं को अपने सामर्थ्य के सही इस्तेमाल पर अत्यधिक बल देते थे।
विवेकानंद ने युवाओ को संदेश दिया कि वे अपना कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और जो भी वो पाना चाहते हैं उसके लिए प्रयास करके और उसे प्राप्त करें। वर्ष 2022 के राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित किये जा रहे 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन पीएम मोदी द्वारा आज किया गया। पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित भी किया। मंत्रालय द्वारा 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव का थीम सक्षम युवा – सशक्त युवा घोषित किया गया है।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन भाषण में कहा कि आज दुनिया भारत को एक आशा की दृष्टि से, एक विश्वास की दृष्टि से देखती है क्योंकि भारत का जन भी युवा है और भारत का मन भी युवा है। भारत अपने सामर्थ्य से भी युवा है, भारत अपने सपनों से भी युवा है। भारत अपने चिंतन से भी युवा है, भारत अपनी चेतना से भी युवा है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे महान व्यक्तियों के बारे में हमारे युवा जितना ज्यादा लिखेंगे, रिसर्च करेंगे, उतना ही देश की आने वाली पीढ़ियों में जागरूकता बढ़ेगी।