दौसा। पीएम मोदी ने राजस्थान के दौसा में 18,100 करोड़ रुपए से अधिक की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर 4 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे के तहत पहले चरण में दिल्ली-सोहना से दौसा तक 247 किमी लम्बी 8 लेन का खंड, बांदीकुई से जयपुर का 2020 करोड़ लागत का 67 किमी लम्बा 4 लेन स्पर- जिससे 5 घंटे से घटकर 3 घंटे का ही सफर दिल्ली-जयपुर के बीच रह जाएगा। कोटपूतली और अलवर इंटरचेंज और दौसा-सवाई माधोपुर- करौली को जोड़ने वाला 94 किलोमीटर स्पर का पीएम मोदी ने उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने कहा दिल्ली -मुम्बई एक्सप्रेस वे और वेस्टर्न कॉरिडोर राजस्थान की तस्वीर बदल देंगे। दिल्ली मुम्बई इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर का बड़ा फायदा मिलेगा। यह पश्चिम भारत के बंदरगाहों से भी जुड़ेगा। कई उद्योगों के लिए नई-नई सम्भावनाएं अभी से बननी शुरू हो जाएंगी। पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान से भी इसे ताकत मिल रही है। जरूरी ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए कॉरिडोर रखा गया है। बिजली, पानी लाइनों की जगह छोड़ी गई है। अतिरिक्त जगह बचेगी तो सोलर पार्क और वेयर हाउस के लिए रखा जाएगा। सबका साथ, सबका विकास हमारा मंत्र है, जिससे हम सक्षम समृद्ध भारत बना रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा- मुझे पास में ही एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलना है। बहुत बड़ी तादाद में राजस्थान के लोग वहां इंतजार कर रहे हैं।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा- जब सरकार हाईवे, रेलवे, पोर्ट, एयरपोर्ट पर काम करती है, तो उसका सभी को फायदा मिलता है। जब सरकार गरीबों के घर, मेडिकल कॉलेज बनाने का काम करती है, तो सामान्य मानव से लेकर छोटी दुकान, बड़ी इंडस्ट्री तक सभी को बल मिलता है। सीमेंट, सड़क, रेत, बजरी हर सामान के व्यापार से लेकर ट्रांसपोर्ट तक हर कोई इससे लाभांवित होता है। इन उद्योगों में कई नए रोजगार बनते हैं। दुकान में कारोबार फलता फूलता है, तो काम करने वाले भी बढ़ते हैं। जितना ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश होता है, रोजगार भी बढ़ता है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा- जब आधुनिक सड़कें, मेट्रो, एयरपोर्ट बनते हैं तो देश के विकास को गति मिलती है। दुनिया के अध्ययन बताते हैं इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगाई हुई राशि जमीन पर कई गुणा असर दिखाती है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाला निवेश उससे भी कई गुणा ज्यादा निवेश आमंत्रित करता है। केंद्र सरकार भी इस पर काम कर रही है। अब तक हमने राजस्थान में 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक दिए गए हैं। इस साल के बजट में हमने 10 लाख करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। ये 2014 की तुलना में 5 गुणा ज्यादा है। इस निवेश का बहुत बड़ा लाभ राजस्थान को होने वाला है। यहां के गांव, गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को फायदा होने वाला है।
सीएम गहलोत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपने उद्बोधन में पीएम मोदी से कहा-आप राजस्थान में पधारे हुए हैं, तो ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का आप काम करें। गहलोत ने कहा इस एक परियोजना पर आप काम करेंगे, तो राजस्थान को पानी के संकट से बहुत राहत मिलेगी। आप जिस जिले में बैठे हुए हैं यह भी उसमें आता है। ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे, तो समयबद्ध काम पूरा होगा। 13 जिले में आजादी के वक्त से ही हम पानी को लेकर संकट में रहे हैं। मैं आपका आभारी हूं, आप राजस्थान में पधारे हैं। दूसरी बार इतना जल्दी एक प्रधानमंत्री का प्रदेश में आना मायने रखता है, यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। मैं आशा रखता हूं आप आते रहेंगे, तो हमारे विकास की रफ्तार गति पकड़ेगी। सीएम गहलोत के उद्बोधन के बाद पीएम मोदी और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत में आपसी चर्चा शुरू हो गई।
इससे पहले सीएम अशोक गहलोत ने कहा- सबसे पहले मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजस्थान में अपनी और राजस्थान वासियों की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूँ। मुझे खुशी है कि आज ऐतिहासिक काम होने जा रहा है। पिछली बार मैंने नितिन गड़करी जी को रिक्वेस्ट की थी कि इसी राजमार्ग से आप जयपुर को जोड़ें, उन्होंने स्वीकार कर लिया, मैं धन्यवाद देता हूँ। लेकिन 50 सड़कों का आपने ऑलरेडी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का फैसला लिया, अभी तक उसका गजट नोटिफिकेशन नहीं निकाला। उस पर भी काम करवाएं।