नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी जापान में G-7 सम्मेलन में शामिल होने के बाद अब जापान से पापुआ न्यू गिनी के लिए लिए रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी का यह दौरा बेहद खास है क्योंकि पापुआ न्यू गिनी हिंद प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है और अपनी लोकेशन की वजह से यह हिंद प्रशांत महासागर की सुरक्षा के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है।
पापुआ न्यू गिनी क्यों है महत्वपूर्ण
हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाने के लिए पापुआ न्यू गिनी अहम देश है। यही वजह है कि अमेरिका की नजर भी पापुआ न्यू गिनी पर है और अमेरिका इस देश के साथ अपने सैन्य सहयोग को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। सोलोमन आइलैंड भी हिंद प्रशांत क्षेत्र में स्थित एक द्वीपीय देश है और यहां चीन अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। ऐसे में चीन को काउंटर करने के लिए अमेरिका भी अब हिंद प्रशांत देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है।
पीएम मोदी को पापुआ न्यू गिनी पहुंचने पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ स्वागत किया जाएगा। खास बात ये है कि सामान्य तौर पर पापुआ न्यू गिनी में सूरज ढलने के बाद पहुंचने वाले मेहमानों का पारंपरिक सम्मान नहीं किया जाता है लेकिन पीएम मोदी इस मामले में अपवाद हैं और उन्हें खुद पापुआ न्यू गिनी के पीएम रिसीव करने एयरपोर्ट आएंगे।