Solar Eclipse 2024: चंद्र ग्रहण के बाद अब जल्द ही सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण अटलांटिक, आर्कटिक मेक्सिको, पश्चिमी यूरोप पेसिफिक, दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भाग, उत्तरी अमेरिका, मध्य अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड के उत्तर पश्चिम क्षेत्र और आयरलैंड में दिखाई देगा, वहीं, भारत में इसका कोई प्रभाव नहीं देखने को मिलेगा. बता दें कि यह सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगने वाला है. साथ ही यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा.
दरअसल, सूर्य हमारे सबसे नजदीक का सितारा है, जो अपने स्थान पर स्थित है और धरती के साथ ही चंद्रमा भी सूर्य की परिक्रमा करता है. वहीं, चांद सूर्य के साथ पृथ्वी का भी चक्कर लगाता है, इसलिए वह पृथ्वी के नजदीक और दूर होता रहता है. हालांकि ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है, जिसे समग्रता कहा जाता है. यह कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक का हो सकता है.
Solar Eclipse 2024: विशाल प्लाजमा आएंगे नजर
आपको बता दें कि समाग्रता के वक्त सूर्य पूरी तरह गायब हो जाता है. इस दौरान सूर्य के पास होने वाला कोरोना इफेक्ट नजर आने लगता है. खास बात ये है कि इस वक्त ग्रहण को नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है. इसमें इलेक्ट्रिकली चार्ज्ड प्लाज्मा नजर आते है. इसके साथ ही इनकी ऊंचाई इतनी रहती है, इसमें कई पृथ्वी समा जाएं.
Solar Eclipse 2024: सोलर मैक्सिमम
हालांकि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में 20 अप्रैल 2023 को पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था. इस ग्रहण के दौरान सूर्य की यह विशेषताएं नजर आई थीं. लेकिन 8 अप्रैल 2024 को लगाने जा रहा यह ग्रहण (Solar Eclipse 2024) उससे काफी अलग होने वाला है. इस दौरान सूर्य अपने 11 साल के चक्र की गतिविधि के चरम पर है. जिइसे सोलर मैक्सिमम के नाम से भी जानते हैं. ऐसे में 8 अप्रैल को ग्रहण के दौरान विशाल प्लाज्मा नजर आएंगे. इसके साथ ही और भी क्या कुछ खास होने वाला है आइए जानते है.
Solar Eclipse 2024: सूर्य से निकलती है खास चीज
दरअसल, सूर्य में एक खास घटना होती है, जिसे कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के नामे से जानते हैं. इसके बारे में कोलोराडो के बोल्डर में राष्ट्रीय सौर वेधशाला के सौर भौतिक विज्ञानी रायन फ्रेंच का कहना है कि कोरोनल मास इजेक्शन सूर्य के कोरोना से चुंबकीय क्षेत्र और प्लाज्मा द्रव्यमान का एक विशाल उत्सर्जन है.
उन्होंने बताया कि यह काफी तेजी से निकलता है, लेकिन देखने पर स्थिर लगता है. वहीं, चंद्रमा की छाया को उत्तरी अमेरिका को पार करने में कररीब 100 मिनट का समय लगेगा. इसलिए यदि कोरोनल मास इजेक्शन निकलता है तो इसे देखा जा सकता है.
Solar Eclipse 2024: ज्वाला भी निकलती हैं
वहीं, सूर्य से निकलने वाले सोलर फ्लेयर को सौर ज्वालाओं के नाम से भी जाना जाता है. सूर्य की सतह पर सौर ज्वालाएं रेडियो तरंगो, दृश्य प्रकाश, एक्स-रे और गामा किरणों के शक्तिशाली विस्फोट हैं, जो प्रकाश की गति से यात्रा करते हैं. ऐसे में यह पृथ्वी तक पहुंचने में महज आठ मिनट का समय लेती है. ऐसे में फ्रेंच का कहना है कि ज्वाला सीएमई से अलग है. यह सूर्य के वायुमंडल में काफी नीचे होता है, लेकिन सूर्य ग्रहण के वक्त चंद्रमा के किनारे के काफी करीब नजर आएगा.
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