नई दिल्ली। यमुना नदी की सफाई से जुड़े अलग-अलग विभागों के बीच तालमेल बनाने के लिए दिल्ली सरकार ने यमुना क्लीनिंग सेल का गठन किया। यह संबंधित विभागों की ओर से किए जा रहे कामों की प्रगति पर नजर भी रखेगी। दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सेल के अध्यक्ष बनाए गए हैं। सभी संबंधित विभागों के प्रतिनिधि सदस्य के तौर पर काम करेंगे। 2025 तक यमुना नदी को निर्मल करने से जुड़े दिल्ली सरकार के प्रोजेक्ट की पूरी जिम्मेदारी इसी सेल पर होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में दिल्ली सचिवालय में यमुना सफाई पर समीक्षा बैठक हुई। इसकी जानकारी देते हुए केजरीवाल ने बताया कि अंतर-विभागीय निर्णय लेने और कार्य निष्पादन में तेजी लाने के लिए यमुना क्लीनिंग सेल का गठन किया गया है। इससे यमुना की सफाई में तेजी आएगी। दिल्ली सरकार की पहली प्राथमिकता यमुना की सफाई है। सरकार इसकी खोई सुंदरता वापस लाएगी। यमुना क्लीनिंग सेल के गठन से सभी कार्यों की जिम्मेदारी अब एक ही जगह तय होगी। इससे परियोजनाओं में तेजी आएगी और प्रशासनिक बाधाएं भी दूर होंगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि पिछले कार्यकाल में जिस तरह स्कूलों और अस्पतालों का कायाकल्प किया गया, वैसे ही इस बार यमुना को भी प्राथमिकता के आधार पर साफ करना है। स्वच्छता कार्य योजना में किसी तरह की खामियां नहीं छोड़नी हैं।