हिमाचल प्रदेश। सैलानियों की प्रमुख सैरगाह रोहतांग दर्रा को अब सैलानियों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। पर्यटकों के साथ आम वाहन भी आज से मनाली के कोठी से आगे नहीं जा सकेंगे। सेना, पुलिस और आपातकालीन सेवाओं वाले वाहनों को ही जाने की अनुमति होगी। जिला प्रशासन ने पर्यटकों की सुविधा के लिए तैयार ऑनलाइन परमिट की वेबसाइट भी बंद कर दी है। तापमान में गिरावट, नालों में पानी जमने तथा सड़क में फिसलन का खतरा होने से जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। अब पर्यटक छह माह तक रोहतांग दर्रा का दीदार नहीं कर सकेंगे। 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रा में देश-विदेश के हजारों सैलानी पहुंचते हैं। दिवाली के बाद हुई ताजा बर्फबारी के बाद से रोहतांग दर्रा में हजारों पर्यटक सैर-सपाटे के लिए आ रहे थे। रोहतांग में गिरते तापमान में वाहन चलाना जोखिम भरा है। इसके लिए बीआरओ ने भी सिफारिश की है कि कम तापमान और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण रोहतांग दर्रे की ओर जाने वाली सड़क की सतह पर कई जगह पानी जम रहा है। रिपोर्ट में कहा गया था कि सड़क की सतह से वाहनों के फिसलने से जानमाल के नुकसान का खतरा है। इसी को ध्यान में रखते हुए अब कुल्लू जिला प्रशासन ने कोठी से आगे रोहतांग दर्रा तक वाहनों के आवागमन के लिए बंद और रोहतांग पास परमिट जारी करने की वेबसाइट को भी बंद कर दिया है। जिला प्रशासन के आदेश रेस्क्यू अभियान, अर्धसैनिक बलों, आपातकालीन वाहनों, पुलिस व सेना या फिर जिला प्रशासन की ओर से हस्ताक्षरित वाहनों पर लागू नहीं होगा।