मुंबई। महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन बन्दरगाह क्षेत्र में गुरुवार को हथियारों से भरी संदिग्ध लावारिस नौका मिला जो समुद्री सुरक्षा की दृष्टि से गम्भीर मामला है। यह जगह मुम्बई से 180 किलोमीटर की दूरी पर है। इस नौका में तीन एके 47 रायफल और कारतूसों से भरा दस बक्सा मिला हैं।
हालांकि इस मामले में महाराष्ट्र के उपमुख्य मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बताया कि यह नौका आस्ट्रेलिया की एक महिला की है, जो खराब होने के कारण बहकर हरिहरेश्वर तट पर आ गई है लेकिन महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के प्रमुख विनीत अग्रवाल का मानना है कि संदिग्ध नौका का मिलना आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
नौका किसी दूसरे देश से भी बहकर आ सकती है। एटीएस की टीम इसकी सघन जांच में जुट गई है, जब तक उसकी अन्तिम रिपोर्ट नहीं आ जाती है तब तक वास्तविकता स्पष्ट नहीं होगी। आस्ट्रेलियाई महिला का दावा है कि उसके पति जेम्स हर्बर्ट इस नौका के कप्तान हैं। यह नौका मस्कट (ओमान) से यूरोप की तरफ जा रही थी।
26 जून को इसका इंजन खराब हो गया था। नौका पर सवार लोगों को बचाने के लिए अलर्ट जारी किया गया था। इसके बाद कोरियाई नौसेना ने लोगों को बचा लिया और फिर ओमान में छोड़ दिया था। इस पूरे घटनाक्रम पर केन्द्र सरकार की पूरी नजर है। तटरक्षक बल के एक अधिकारी का कहना है कि यह नौका ब्रिटेन में पंजीकृत है, जो ओमान से यूरोप जा रही थी।
चिन्ता की बात यह है कि लगभग 29 वर्ष पूर्व 12 मार्च 1993 को मुम्बई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के लिए आया विस्फोटक इसी बन्दरगाह पर उतारा गया था। इसलिए यह आशंका बनी हुई है कि मुम्बई को फिर से दहलाने के लिए किसी आतंकी साजिश को अंजाम देने की तैयारी तो नहीं की जा रही है।
ऐसी स्थिति में घटनाक्रम के सभी पहलुओं की गहराई से जांच करने की जरूरत है। साथ ही सभी तटीय क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की भी आवश्यकता है। इसे हल्के में लेने की जरूरत नहीं है। संदिग्ध नौका मिलने की घटना के सभी पहलुओं पर विचार करते हुए तटीय सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है।