नई दिल्ली। कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत के पहले स्वदेशी टीके कोवाक्सिन को आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मंजूरी मिल सकती है। आज विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की बैठक में यह फैसला लिया जा सकता है। पिछले सप्ताह डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने बताया था कि 26 अक्तूबर को होने वाली बैठक में हैदराबाद की भारत बायोटेक के कोवाक्सिन टीके को विश्व स्तरीय आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल करने पर फैसला होगा। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि भारत बायोटेक ने कोवाक्सिन से जुड़े सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जिनकी समीक्षा लगभग पूरी हो चुकी है। मंगलवार को होने वाली बैठक में समिति के विशेषज्ञ अपनी-अपनी राय देने के अलावा वैक्सीन के प्रभाव, सुरक्षा और एंटीबॉडी का स्तर इत्यादि की जांच करेंगे, जिसके आधार पर कोवाक्सिन को आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल किया जा सकता है। कोवाक्सिन को अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुमति नहीं मिली है जिसके चलते कोवाक्सिन की खुराक लेने वाले लोग विदेश यात्रा के लिए मान्य नहीं है। ज्यादातर देशों में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डब्ल्यूएचओ की सूची में शामिल वैक्सीन की खुराक लगी हो।