Chhath Puja: चार दिनों तक चलने वाला छठ के महापर्व का आज समापन हो गया. उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इस महापर्व का समापन किया गिया. इस दौरान सभी नदियों, तालाबों पर बने घाट पर जाकर व्रतधारियों ने उदयीमान भगवान सूर्य की आराध्ना कर उन्हें अर्घ्य दिया और करीब 36 घंटे के निर्जला उपवास का पारण किया.
इसी बीच लोगों में प्रसाद का वितरण किया गया. कहा जाता है कि उदीयमान सूर्य देने के पीछे कई सारी मान्यताएं है. सूर्य षष्ठी का व्रत आरोग्य की प्राप्ति, सौभाग्य और संतान के लिए रखा जाता है. वहीं, स्कंद पुराण के मुताबिक, राजा प्रियव्रत को कुष्ट रोग हो गया था. ऐसे में उन्होंने छठ का व्रत रखा था, जिससे उन्हें इस बीमारी से मुक्ति मिली थी.
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