बरेली। बरेली एयरपोर्ट पर दो विमान खड़े होने की व्यवस्था न होने से नई फ्लाइट के संचालन में आ रही अड़चन जल्द दूर होने की उम्मीद है। प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने बरेली एयरपोर्ट पर एक और एप्रन बनाए जाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। एप्रन बनने के बाद प्रदेश के अन्य जिलों और देश के प्रमुख शहरों के लिए डोमेस्टिक फ्लाइट का संचालन शुरू होने की संभावना है। प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी ने मंगलवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात कर विजबिलिटी अध्ययन कराने का सुझाव दिया। मुलाकात के दौरान बरेली एयरपोर्ट में एक अतिरिक्त एप्रन बनाने को कहा ताकि दो विमान एक साथ खड़े हो सकें। एयरपोर्ट प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक अभी एक ही एप्रन है, जो त्रिशूल एयरबेस के अधीन है। सुरक्षा कारणों की वजह से वहां रात में एयर बस को खड़ा नहीं किया जा रहा है। लिहाजा दिल्ली, मुंबई और बंगलूरू के लिए विमान सिर्फ दिन में ही उड़ान भर रहे हैं। उम्मीद जताई है कि अगर दूसरा एप्रन एयरपोर्ट प्रशासन के अधीन रहा तो वहां रात्रि में भी विमान ठहर सकेंगे। जो सुबह अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगे। इससे हवाई सेवा, जो अभी छह घंटे तक ही सीमित है, वह सुबह से शाम पांच बजे तक करीब 11 घंटे उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी समेत प्रदेश के अन्य जिलों के लिए भी हवाई सेवा मुहैया होने की उम्मीद है।