पीएम मोदी  ने देश वापस लौटे डेलिगेशन के सदस्यों से की मुलाकात, JDU सांसद संजय झा ने दी जानकारी

Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (10 जून, 2025) की शाम आपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख दुनिया को बताकर देश वापस लौटे डेलिगेशन के सदस्यों से मुलाकात की.डेलिगेशन के सदस्यों ने पीएम से अपनी यात्रा का अनुभव शेयर किया। 7 डेलिगेशन में शामिल 59 सदस्य 33 देशों की यात्रा पर गए थे। जिनमें 51 नेता और 8 राजदूत शामिल थे।

पीएम मोदी ने सबको बात रखने का दिया समय

जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि अपने-अपने हिसाब से हम लोगों का जो फीडबैक था उसकी एक रिपोर्ट दी है. जितने हमारे साथी थे सब लोगों ने अपनी-अपनी बात रखी. प्रधानमंत्री ने पूछा भी सबसे कि आगे इसमें आप लोगों का क्या सुझाव है? सबसे बड़ी बात है कि ज्यादातर समय वो (पीएम) सबकी बातों को सुन रहे थे. सबको अपनी बात रखने का समय दिया. 

आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति

संजय झा ने कहा, “प्रधानमंत्री ने जो डेलिगेशन भेजा था इसका मतलब था कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एक स्वर में बात कर रहा था. दूसरी सबसे बड़ी बात है कि अब जो भारत का स्टैंड है आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति, ये बात दुनिया में जाकर हम लोगों ने बताई. तो सारी बातों को प्रधानमंत्री ने सुना. मुझे लगता है कि जो उद्देश्य था वो पूरा हुआ है.”

भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन

राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, “आतंकवाद सब देश झेल रहा है या झेलेगा, अगर कोई सोचेगा कि एक देश की समस्या है तो एक देश की समस्या नहीं है. सबको एक न एक दिन झेलना है.” एक सवाल के जवाब में संजय झा ने कहा, “पाकिस्तान तो हम लोगों के रडार में भी नहीं है. हम लोगों को क्या लेना देना है? आज भारत दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है.

“हम लोगों को ग्रोथ, इकोनॉमी, औद्योगिकीकरण, जीवन स्तर बदलना, आगे बढ़ना, गरीबी स्तर से लोगों को उठाना, युवाओं के लिए नौकरी का अवसर पैदा करना, ये काम है. उसका (पाकिस्तान) एक ही काम है आतंकवाद की फैक्ट्री बनाना.”

7 डेलिगेशन ने दुनिया को 5 संदेश दिए
  • आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस : इसमें बताया कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकी गुटों और उनके ढांचों के खिलाफ था। आतंकी अड्‌डों को नपी-तुली कार्रवाई में निशाना बनाया गया। पाक सेना ने इसे खुद के खिलाफ हमला माना और पलटवार किया।
  • पाक आतंक का समर्थक : सांसद कुछ सबूत लेकर गए, जिनमें उन्होंने बताया कि पहलगाम हमले में पाक समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) की भूमिका थी। इससे पहले हुए हमलों का भी पूरा चिट्‌ठा सांसद लेकर गए थे।
  • भारत जिम्मेदार और संयमित : भारत ने सैन्य कार्रवाई में भी जिम्मेदारी और संयम का परिचय दिया। यह सुनिश्चित किया कि पाक के किसी निर्दोष नागरिक की जान न जाए। पाक ने कार्रवाई रोकने का जब आग्रह किया तो भारत ने उसे तत्परता से स्वीकारा।
  • आतंक के खिलाफ विश्व एकजुट हो : सांसद ने इन देशों से आतंकवाद के खिलाफ खुलकर आवाज उठाने और इससे निपटने के लिए सहयोग व समर्थन की मांग की। अपील की कि भारत-पाक के विवाद को आतंकवाद के खिलाफ युद्ध के तौर पर देखें।
  • पाक को लेकर हमारी नीति : यह बताया कि पाक के खिलाफ भारत ने अपना बदला हुआ दृष्टिकोण उजागर किया है। भारत सीमा पार से पैदा होने वाले खतरे को लेकर उदासीन रहने के बजाए प्रो-एक्टिव रवैया अपनाएगा और आतंकी हमलावरों को पहले ही निष्क्रय करेगा।

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