Hariyana News: मानसूनी बारिश पूरे उत्तर भारत में कहर बनकर बरस रही है। पहाड़ी से लेकर मैदानी इलाकों के कई शहर जलमग्न हो गये हैं। लगातार हो रही भारी बारिश ने हरियाणा में जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अंबाला, चंडीगढ़, यमुनानगर, करनाल समेत कई जिलों में रिकॉर्ड बारिश हुई। 33 घंटों में प्रदेश के इन जिलों में 100 से 250 एमएम के बीच पानी बरसा है, जिससे कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसा हालात बन गया है।
वहीं, पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर नदियों के जलस्तर पर पड़ा है। हरियाणा में नदियां उफान पर हैं। अंबाला की मारकंडा, घग्गर और टांगरी जैसी नदियों के पानी ने 14 साल बाद सीमाओं को तोड़ दिया।
स्थिति को देखते हुए प्रदेश से गुजरने वाली 24 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। हाईवे के रूट भी बदलने पड़े है। रविवार को प्रदेश में 9 घंटे में 38.9 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 764 प्रतिशत ज्यादा है। प्रदेश में 1 जून से 9 जुलाई तक 140.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 59 प्रतिशत अधिक है। मौसम विभाग ने सोमवार को हरियाणा के उत्तरी, दक्षिणी व पूर्वी जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी कर दिया है।
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ ने हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में सुस्त मानसून को भी सक्रिय बना दिया है। आने वाले दो-तीन दिन बारिश होगी। इसके बाद एक नया पश्चिमी विक्षोभ 13 जुलाई को सक्रिय होने से 14 से 20 जुलाई के दौरान मानसून गतिविधियों में इजाफा देखने को मिलेगा।