Nuh Violene updates: हरियाणा के नूंह में कल दो गुटों के बीच हुई झड़प को लेकर नूंह उपायुक्त कैंप कार्यालय में शांति समिति की बैठक हुई। नूंह एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने कहा कि हिंदू और मुस्लिम दोनों कमेटियों को बुलाया है। पहले दोनों की अलग-अलग बैठकें की हैं और एक बार कॉमन ग्राउंड तैयार होते ही आज शाम कॉमन बैठक होगी। वहीं, हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने सीमा से लगे दिल्ली और यूपी के जिलों को भी अलर्ट कर दिया है। आपको बता दें कि पिछले 18 घंटों में तीन इनपुट दिल्ली और यूपी को भेजे गए हैं। पुलिस को यह सुझाव दिया गया है कि वो धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दें। इसके साथ ही सोशल मीडिया और वॉट्सऐप ग्रुपों पर भी नजर रखें, जिनका इस्तेमाल पड़ोसी राज्यों में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के लिए किया जा सकता है।
गौरतलब है कि केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से हरियाणा की सीमाओं के करीब दिल्ली और यूपी के कुछ जिलों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। खुफिया एजेंसियों को यह भी आशंका है कि हिंसा हरियाणा के अन्य हिस्सों में भी फैल सकती है। जांच एजेंसी ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों के पास दंगा-रोधी उपकरण होने चाहिए़। वहीं, धार्मिक संस्थानों से अनुरोध किया गया है कि प्रार्थना के समय भाषण के माध्यम से लोगों से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की जाए।
ये है पूरा मामला
नूह में हिंदू संगठनों की तरफ से मेवात में शिव मंदिर के सामने से बृजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी। इस बृजमंडल यात्रा में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों समुदायों के बीच जोरदार झड़प हो गई। देखते ही देखते हिंसा की आग गुरुग्राम, फरीदाबाद तक पहुंच गई। हंगामा इतना बढ़ गया कि पत्थर के साथ साथ गोलियां भी चलीं। इस हिंसा में दो होम गार्डस समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। फिलहाल इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और नूंह और गुरुग्राम में धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा के दौरान प्रमुख गौरक्षक मोनू मानेसर की संदिग्ध उपस्थिति को लेकर तनाव बढ़ गया
दिल्ली पुलिस को सख्त निर्देश
दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों को अपने जिले में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है। यह सलाह दी गई है कि छोटी से छोटी सांप्रदायिक घटना को गंभीरता से लिया जाए। स्वयं वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर चीजों का जायजा लें। निचले अधिकारियों के भरोसे चीजों को ना छोड़ा जाए। इसी तर्ज पर यूपी पुलिस को भी हरियाणा से सटे हुए इलाकों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से यूपी के तीन जिलों के संबंध में स्पष्ट इनपुट दिया गया है।