मथुरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतों की इच्छा के अनुरूप ब्रज की पावन धरा पर मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने का एलान किया। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित लोगों का व्यवस्थित पुनर्वास किया जाए। इसके निर्देश अफसरों को दिए गए हैं। इस दौरान सीएम ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचकर भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन किए। सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में शामिल होने मथुरा पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने महाविद्या रामलीला मैदान पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग अब तक हिंदू त्योहार को नजरअंदाज करते थे। मंदिर जाने से कतराते थे, वो भी अब कहने लगे हैं कि राम हमारे भी हैं और कृष्ण भी हमारे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महिमा को पुनर्जीवित करने के लिए शराब और मांस के व्यापार में लगे। इससे प्रभावित लोग दूध बेचना शुरू कर सकते हैं। द्वापर युग का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दुग्ध उत्पादन और दूध की बिक्री के क्षेत्र में लोगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ब्रज के विकास में किसी प्रकार का अवरोध नहीं आएगा। धन की कोई कमी नहीं होगी। सप्तपुरियों में शामिल मथुरा को भौतिक और तकनीकी रूप से परिपूर्ण करते हुए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के रूप में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानचित्र के मुताबिक तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री का पहला आगमन अयोध्या में हुआ है। यह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बदलते भारत की तस्वीर है। मुख्यमंत्री ने वृंदावन वैष्णव कुंभ की भव्यता पर चर्चा की। इसे प्रयागराज के बाद बड़ा धार्मिक आयोजन बताया। मथुरा में जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में कान्हा के दर्शन किए। वह काफी देर तक श्रीराधाकृष्ण की अद्भुत छवि को निहारते रहे। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल से इस मौके का इंतजार कर रहा था, लेकिन हर बार कोई न कोई बाधा उन्हें रोक देती थी। अब उनकी इच्छा पूरी हुई है।