Moradabad: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में पुलिस ने आज अंतर्राष्ट्रीय सोना तस्करों के गैंग का खुलासा किया है. इन 13 नामज़द और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुंडापाण्डेय थाने पर मुकादम दर्ज कर चार सोना तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस अब इस गैंग के नामज़द आरोपियों की तलाश कर रही है, जो विदेश से तस्करी कर सोना लाने वालों को फंडिंग करते थे. ये सभी आरोपी रामपुर जनपद के टांडा के रहने वाले हैं. पुलिस ने चार सोना तस्करों के पास से सोने के 27 कैप्सूल बरामद किए हैं जिनका वजन 01 किलो 58 ग्राम है.
बदमाशों द्वारा अपहरण हुए 7 लोगों में से 4 लोग निकले सोना तस्कर
मुरादाबाद पुलिस ने शुक्रवार को विदेश से आ रहे 7 लोगों का अपहरण हो जाने के बाद उन्हें बदमाशों के चंगुल से छुड़ाया था. पुलिस के मुताबिक बदमाशों के चंगुल से छुड़ाए गए 07 लोगों में से 04 लोग सोना तस्करी करने वाले निकले हैं. पुलिस के मुताबिक टांडा के रहने वाले 1. शाने आलम पुत्र सगीर अहमद निवासी मौहल्ला रांड कस्बा व थाना टाण्डा जनपद रामपुर उम्र करीब 24 वर्ष 2. मुत्तलीब पुत्र मौ० सुलेमान निवासी मौहल्ला युसुफ चौक टाण्डा बादरी थाना टाण्डा जनपद रामपुर उम्र करीब 26 वर्ष 3. अजरूद्दीन पुत्र मौ० फारूख मुत्तलीब पुत्र मौ० सुलेमान निवासी मौहल्ला युसुफ चोक टाण्डा बादरी थाना टाण्डा जनपद रामपुर उम्र करीब 32 वर्ष 4. जुल्फेकार अली पुत्र अब्दुल कदीर निवासी मौहल्ला नज्जूपुरा कस्बा व थाना टाण्डा जनपद रामपुर हैं.
सोना तस्करों का बयान
इन से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि साहब बदमाशों को तो हमने नहीं बताया था पर आपको हम सही बात बता रहे है कि हम लोग विदेश दुबई जाते हैं. वहां से सोने की तस्करी कर मुम्बई एयरपोर्ट पर आते है हवाई यात्रा में सोने के कैप्सूल पानी से गटक लेते हैं. बाद में घर जाकर हम लोग खाना खाने के बाद दो-तीन दिन के अन्दर मल के साथ बाहर निकाल लेते है और अपना हिस्सा लेकर फाईनेंसर को दे देते है.
पुलिस गैंग में शामिल ट्रेवलिंग एजेंटों, डॉक्टरों और फाइनेंसरों की तलाश में
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों ने बताया की वह फर्जी आधार कार्ड भी अपने पास रखते हैं और कहीं फंसते हैं तो कूटरचित फर्जी आधार कार्ड दिखा कर बच निकलते हैं. एसपी सिटी मुरादाबाद कुमार रणविजय सिंह ने बताया की ये लोग एक साल में 6 से 8 बार दुबई जाते थे और वहां से पेट में सोना छुपा कर लाते थे सिर्फ 8 से 10 दिन में ये जाकर वापस आ जाते थे. ये धंधा बड़े स्तर पर किया जा रहा था. पकड़े गये आरोपी 6 से 7 बार विदेश जा चुके हैं. पुलिस अब इस गैंग में शामिल ट्रेवलिंग एजेंटों, डॉक्टरों और फाइनेंसरों को तलाश कर रही है.
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