Varanasi: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के सत्ता संभालने के बाद पूर्वांचल के मूलभूत ढांचा में तेजी से सुधार और अच्छी कनेक्टिविटी का नतीजा है, जो आज बहुराष्ट्रीय कंपनियों से लेकर देश की नामी कंपनियां वाराणसी में रोजगार देने के लिए आ रही हैं। सरकार की प्राथमिकता है कि युवाओं को उनके घर में नौकरी मिले। 2017 से तक अब तक 6 साल में लगभग 6 गुना कंपनियों की संख्या रोजगार मेले में बढ़ी है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय वाराणसी की और से आयोजित रोजगार मेलो में 40,165 युवाओं को नौकरी मिल चुकी है। यही नहीं रोजगार मेले के जरिए 4,20,000 का सालाना पैकेज भी युवाओं को मिल चुका है। इसके अलावा सिर्फ प्रदेश और देश में ही नहीं युवाओं को विदेश में नौकरी के भी ऑफर मिले हैं।
यदि आप में टैलेंट है तो योगी सरकार आपके घर के नजदीक नौकरी देने को तैयार है। कोरोना काल में युवाओं की परेशानियों को देखते हुए योगी सरकार ने गृह जनपद में रोज़गार देने की ठानी थी, जो अब पूरा होता दिख रहा है। वाराणसी क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के रोजगार मेला प्रभारी दीप सिंह ने बताया कि 2017 से अब तक 40,165 युवाओं को रोजगार मिला है। जिसमें 150 युवाओं को विदेश में भी नौकरी मिली है। सेवायोजन कार्यालय के आकड़ों के अनुसार 2017 से 2023 अगस्त तक आयोजित रोजगार मेलों की संख्या दोगुनी से अधिक हुई है। 2000 से अधिक नियोक्ताओं ने रोजगार मेले में भाग लिया है। प्राइवेट व पब्लिक सेक्टर के अलावा कई नामी गिरामी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भी रोजगार मेलों में भाग लिया है। इनमें राष्ट्रीकृत बैंक,ऑटोमोबाइल कंपनी, सिक्योरिटी सोल्युशन कंपनी, टेक्सटाइल, फुटवियर, सर्विस सेक्टर, रियल स्टेट, सेल्स एंड मार्केटिंग, फ्लिपकार्ट, पेटीएम, आईटी सॉफ्टवेयर, एजुकेशन जैसे सेक्टर से जुड़ी प्रतिष्ठित कंपनियां भाग लेने लगी हैं। योगी सरकार रोजगार मेले के माध्यम से दिव्यांगजनों को भी नौकरी उपलब्ध जा रही है। उन्होंने बताया कि वाराणसी में निर्माणाधीन अमूल बनारस के वर्ष 2024 से उत्पादन के शुरू होने और उत्तर प्रदेश मे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू के धरातल पर उतरने के बाद योग्य युवाओं के लिए भी ढेरों नौकरी के अवसर मिलेंगे।
क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यलय से प्राप्त वित्तीय वर्ष 2017 से 2023 फरवरी तक के आंकड़े
वित्तीय वर्ष – रोजगार मेला – कंपनी – शामिल प्रतिभागी – चयनित अभ्यर्थी
2017-18 18 96 81109 5750
2018-19 21 160 54283 6350
2019-20 29 220 87756 8564
2020-21 22 430 38386 7175
2021-22 20 318 29830 3043
2022-23 36 568 49786 8019
* वित्तीय 2023 -24 में अप्रैल 2023 से अगस्त 2023 तक के आंकड़े*
2023 – 24 – 9 – 385 – 20,000 – 1264