Ayodhya Ram Temple: महाकुंभ के दौरान 45 दिनों में तीन करोड़ से भी अधिक लोगों ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए. इस दौरान उन्होंने दिल खोलकर दान भी किया. ऐसे में 45 दिनों में रामलला ट्रस्ट को 20 करोड़ का दान मिला. वहीं, जनवरी व फरवरी में कुल 26.89 करोड़ का दान मिला है, जिसमें 57 लाख का विदेशी दान भी शामिल है. दान देने वालों में अमेरिका, इंग्लैंड, नेपाल, आस्ट्रेलिया, कनाडा, मलयेशिया आदि देशों के श्रद्धालु शामिल हैं
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ ने रामनगरी की अर्थ व्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव डाला. इस आयोजन के 45 दिनों में अयोध्या में करीब 2500 करोड़ के कारोबार का अनुमान है. छोटे-छोटे रोजगार से स्थानीय लोगों ने खूब कमाई की.
दो महिनों में ही हुई 26 करोड़ से अधिक की कमाई
इस दौरान रामलला के दरबार में रोजाना साढ़े तीन से चार लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहे थे. श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ के चलते राम मंदिर रोजाना 18 से 19 घंटे खोलना पड़ा था. ऐसे में रामलला ट्रस्ट ने दान पात्र की संख्या 6 से बढ़ाकर 34 कर दी थी. इसके चलते करोड़ों का दान प्राप्त हुआ. 2023-24 में राम मंदिर ट्रस्ट को 376 करोड़ की आय हुई थी. इस साल के दो माह यानि जनवरी व फरवरी में ही ट्रस्ट को 26.89 करोड़ की आय हुई है, जिसमें जनवरी में 11.56 करोड़ व फरवरी में 15.33 करोड़ का दान रामलला को प्राप्त हुआ है.
दान का माध्यम:-
दान काउंटर– 4.22 करोड़- 6.90 करोड़
दान पात्र– 5.90 करोड़- 7.38 करोड़
ऑनलाइन- 1.36 करोड़- 1.00 करोड़
विदेशी– 6 लाख – 51 लाख
चार माह में ट्रस्ट ने खरीदी 4.29 एकड़ जमीन
ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का विस्तार भी तेजी से हो रहा है. बता दें कि नवंबर 2024 से लेकर फरवरी 2025 के चार महीने में राम मंदिर ट्रस्ट ने 15 स्थानों पर कुल 4.29 एकड़ जमीन 36.61 करोड़ रुपये में खरीदी है. वहीं, पांच स्थानों पर ट्रस्ट ने जमीन ली है. एक जगह 11194 स्क्वायर फीट जबकि एक स्थान पर 5457 स्क्वायर फीट जमीन खरीदी है. इसके बाद हैबतपुर के तीन अन्य स्थानों पर क्रमश: 1701, 3391 व 5516 स्क्वायर फीट जमीन खरीदी गई है. इसी तरह रानोपाली में 5490 स्क्वायर फीट जमीन ट्रस्ट ने खरीदी है.
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