Bio polymer plant: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी के कुंभी में देश के पहले बायो पॉलिमर संयंत्र का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक एक ओर पूरी दुनिया प्रयागराज महाकुंभ में भागीदार बन रही है, वहीं आज कुंभी में ही आपने महाकुंभ रच दिया है. कुंभी के अलावा, सीएम योगी ने गोला गोकर्णनाथ पहुंचकर शिव मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया.
इसके अलावा, 1620 करोड़ रुपये की 373 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इन परियोजनाओं में सड़क, बिजली, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं.
अनुकूल औद्योगिक क्रांति को मिलेगा बढ़ावा
कुंभी में लोगों की भीड़ देखकर सीएम योगी ने कहा कि यह दृश्य अपने आप में अद्भुत है. उन्होंने कहा कि कुंभी में निवेश का महाकुंभ नजर आ रहा है. 2850 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला प्लांट अपनी तरह का यह पहला निवेश है. इसके लिए बलरामपुर चीनी मिल लिमिडेट और लखीमपुर खीरी के लोगों को बधाई.
बता दें कि बलरामपुर चीनी मिल लिमिटेड द्वारा यह संयंत्र बनाया जा रहा है, जो जैविक तरीके से पॉलिमर उत्पादन का कार्य करेगा. इससे पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा मिलेगा.
पर्यावरण को लेकर पूरी दुनिया चिंतित
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि पर्यावरण और प्रदूषण से पूरी दुनिया चिंतित है. ग्लोबल वार्मिंग एक चेतावनी है, जिसके असमय बारिश, सूखा ये सभी दुष्परिणाम हैं. पर्यावण के प्रति हम लोग जितने जागरूक होंगे. पर्यावरण हमें जीने के लिए उतना ही अनुकूल वातारण उपलब्ध कराएगा.
प्लांट में बोतल, कप, डिब्बों का होगा निर्माण
उन्होंने कहा कि प्रदेश ने अपनी पॉलिसी के तहत इस तरह के निवेश को प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है. बलरामपुर चीनी मिल पहला ऐसा ग्रुप है, जिसने इस पहल में कदम बढ़ाया.यह प्लांट बायो प्लास्टिक से बोतल, कप, डिब्बे का निर्माण करेगा. यहां पर जो बोतल, प्लेट व अन्य उत्पाद बनेंगे, वो डिस्पोजल होंगे. ये हर प्रकार से उपयोगी होंगे.
बहुत जल्द शुरू होगा प्लांट में उत्पादन
सीएम योगी ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का जो अभियान है. पूरी दुनिया जिसके लिए चिंतित है, इस चिंता को दूर करने के लिए बलराम चीनी मिल ने बड़ी पहल को आगे बढ़ाया है. यह प्लांट बहुत ही शीघ्र अपना उत्पादन शुरू करके प्लास्टिक का सब्सिट्यूट उपलब्ध कराएगा, साथ ही मेक इन इंडिया का विजन को भी आगे बढ़ाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 120 चीनी मिल हैं. इनमें से 10 चीनी मिल बलरामपुर चीनी मिल ग्रुप की हैं. इस प्लांट की वार्षिक क्षमता 80 हजार टन होगी. यह जीरो लिक्विड डिस्चार्ज के अंतर्गत संचालित होगा. इस तरह के प्लांट से किसानों की आमदनी बढ़ाने और नौजवानों को रोजगार दिलाने में मदद मिलेगी.
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