Mahakumbh 2024: इस बार प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ मेले में तो श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगेगा ही, लेकिन इस दौरान काशी और अयोध्या भी भक्तों के जोश से जगमाएगी. ऐसे में रिंग रेल कनेक्टिविटी श्रद्धालुओं की राह को और भी आसान करेगी.
बता दें कि इस दौरान ट्रेनें प्रयागराज, बनारस और अयोध्या के बीच रफ्तार से दौड़ेंगी. श्रद्धालुओं के लिए ट्रेनों की कमी न हो इसके लिए अतरिक्त ट्रेनों के रैक भी रखने की तैयारी है.
दरअसल, भारत सरकार के रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बनारस स्टेशन कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं. साथ ही ये भी कहा कि वो आज यानी सोमवार को कुंभ की तैयारियां जानने के लिए ही विंडो निरीक्षण करते हुए झूसी और प्रयागराज जा रहे है.
पिछले तीन वर्षों से महाकुंभ की तैयारी कर रहा रेलवे
उन्होंने कहा कि रेलवे तीन वर्ष से महाकुंभ की तैयारी तैयारी कर रहा है. इस दौरान नए वेटिंग एरिया, होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे हैं. ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए दोहरीकरण, प्लेटफ़ार्म विस्तार, यात्री सुविधाएं बढ़ाई गई हैं. उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक यानी पूरे 45 दिन के महाकुंभ के दौरान ओवरआल स्पेशल ट्रेनें 13000 फेरे लगाएंगी. इससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु बेहतर महसूस कर सकेंगे.
रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे ने आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाए है. आटोमेटिक सिग्नलिंग, यार्ड रीमाडलिंग, प्लेटफार्मो पर अत्याधुनिक उपकरण लगाये गए हैं. साथ ही रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने को संकल्पित हैं.
बनारस से चलाई जाएंगी 22 ट्रेनें
दरअसल रेल प्रशासन ने पहले से बनारस से 22 ट्रेनें प्रयागराज से कुंभ मेला के लिए चलाने का निर्णय लिया है. वाराणसी कैंट स्टेशन से 34 ट्रेनें अयोध्या समेत बिहार आदि प्रांतों चलेंगी, जिससे श्रद्धालुओं का परेशानी न होने पाए. वहीं, ट्रैफिक का भी दबाव कम करेन के लिए बनारस और वाराणसी की जिम्मेदारियां बाटी गईं हैं. कैंट स्टेशन पर चार हजार लोगों के ठहरने के लिए दो होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे. कैंट स्टेशन से ही आयोध्या के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी.
इसे भी पढें:- Noida Airport: 9 दिसंबर को नोएडा एयरपोर्ट पर पहली बार उतरेगा विमान, इस दिन से होगा व्यावसायिक विमानों का संचालन