Mahakumbh 2025: 13 जनवरी यानी पौषपूर्णिमा के दिन से ही महाकुंभ के शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में देश-विदेश से लोग संगंम में प्रवित्र डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंच रहे है. महाकुंभ के प्रारंभ हुए आज पांच दिन हो गए है, लेकिन अभी तक संगम के तट पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा वैसे का वैसे ही है, इस दौरान लोगों में कुंभ स्नान का एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है.
बता दें कि इसके शुरुआत के पहले चार दिनों में ही 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके है, जबकि आज आज पांचवे दिन भी श्रद्धालुओं का तांता लगा है. गुरुवार को भी संगम तट पर लाखों भक्तों ने स्नान किया, जबकि कई अन्य ने संतों के पंडालों में पहुंच कर आशीर्वाद लिया और कथाएं सुनीं.
विदेशों से भी बड़ी संख्या में आ रहे श्रद्धालु
महाकुंभ में न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं. इसी बीच दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से आए भक्ति नरसिम्हा स्वामी ने बताया कि उन्होंने कई वर्षों से महाकुंभ में शामिल होने का सपना देखा था, और आखिरकार उन्हें इस बार मौका मिल ही गया. उन्होंने कहा कि ‘मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं कई वर्षों से इस महाकुंभ मेले में आना चाहता था, लेकिन इस बार मुझे समय मिला. मैंने खुद से कहा कि मैं अब जा रहा हूं, और अब मैं यहां हूं.’
श्रद्धालुओं के लिए है शानदार व्यवस्था
बता दें कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए बेहद ही शानदार व्यवस्था की गई है. वहीं, यहां की गई भोजन की व्यवस्था से श्रद्धालु काफी खुश नजर आ रहे हैं. इस महाकुंभ में सुरभि शोध संस्थान जैसे समाजसेवी संगठन श्रद्धालुओं के लिए न केवल नाश्ता और खाना उपलब्ध करवा रहे हैं, बल्कि उनकी सेवा में भी जुटे हैं. इस प्रकार के भंडारे श्रद्धालुओं के लिए काफी राहत देने वाले साबित होते है क्योंकि उन्हें शुद्ध खाने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ रहा है. वहीं, भोजन की प्रचुरता की वजह से वे धार्मिक अनुष्ठानों में भी बगैर किसी चिंता के शामिल हो रहे हैं.
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