Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में धर्मांतरण कानून को और सख्त बनाते हुए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. सोमवार को सचिवालय में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड सीमांत प्रदेश होने के साथ ही सनातन की पुण्य भूमि भी है. इसलिए यहां डेमोग्राफी में बदलाव की किसी भी कोशिश को सख्ती से रोका जाए.
पुलिस मुख्यालय स्तर पर होगा SIT का गठन
सीएम ने कहा कहा कि हाल की घटनाओं को देखते हुए धर्मांतरण कानून को और सख्त बनाने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं. सीएम ने बताया कि ‘ऑपरेशन कालनेमी’ ऐसे तत्वों पर नकेल कसने में सफल रहा है और इसे आगे भी जारी रखना होगा. उन्होंने पुलिस मुख्यालय स्तर पर एक एसआईटी के गठन के आदेश दिए, जो इन मामलों की निगरानी कर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी.
उचित परामर्श और मार्गदर्शन
मुख्यमंत्री धामी ने बैठक में कहा कि राज्य सीमांत प्रदेश होने के साथ ही सनातन की पुण्य भूमि है, इसलिए ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह नजर रखनी होगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस को निर्देश दिए कि संदिग्ध मामलों पर कड़ी कार्रवाई करें और धर्मांतरण के जाल में फंसे लोगों को सही परामर्श और मार्गदर्शन दिया जाए.
फर्जी बाबाओं पर एक्शन
गौर है कि 10 जुलाई को सीएम धामी ने, कुछ लोग साधु-संत का भेष धारण कर सनातन धर्म की आड़ में लोगों को ठगने और उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं, का तर्क देकर ऑपरेशन कालनेमि शुरू किया था. इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने ढोंगी और फर्जी बाबाओं पर कार्रवाई करना शुरू किया. पुलिस ने इस तरह प्रदेशभर में 3 हजार से ज्यादा ढोंगी और फर्जी बाबाओं पर एक्शन लिया. इस दौरान कुछ ऐसे मामले भी सामने आए, जिमसें अन्य धर्म के लोग भी हिंदू बनकर साधु संत के भेष में लोगों को ठगने का काम कर रहे थे.
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