Uttarakhand: उत्तरकाशी के धराली गांव में प्रभावित लोगों की धामी सरकार ने सहायता देना शुरू कर दी है. उत्तराखंड सरकार ने शनिवार को आपदा पीड़ितों के लिए सहायता राशि का एलान किया. इस क्रम में परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा वहीं जिन लोगों ने अपने मकान गंवाए हैं, उन्हें भी 5-5 लाख रुपये की त्वरित सहायता राशि दी जाएगी.
स्थायी आजीविका के सुदृढ़ीकरण हेतु 3 सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा
सीएम धामी ने इसी क्रम में आपदा से प्रभावित ग्रामीणों के पुनर्वास, समग्र पुनरुद्धार और स्थायी आजीविका के सुदृढ़ीकरण हेतु तीन सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की है. यह समिति सचिव, राजस्व की अध्यक्षता में गठित की गई है, जो एक सप्ताह के भीतर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेगी. यह जानकारी उत्तराखंड मुख्यमंत्री दफ्तर की तरफ से दी गई.
हर आपदा प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है सरकार- सीएम धामी
सीएम धामी ने इस विषय पर कहा है कि राज्य सरकार हर आपदा प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी. शासन स्तर पर राहत एवं पुनर्वास की कार्रवाई को तेजी से चलाया जाएगा और प्रभावी रूप से ठोस जाएगा ताकि सभी की सहायता हो सके. फिलहाल प्रदेश में आई इस आपदा ने पूरे प्रदेश को झकझोर के रख दिया है अभी भी लगातार राहत बचाओ कार्य किए जा रहे हैं. धराली गांव तक जाने का पैदल मार्ग अभी भी शुरू नहीं हो पाया है जिसे खोलने का प्रयास जारी है.
मलबे में दबे ध्वस्त भवनों में जिंदगी तलाश रहीं रेस्क्यू टीमें
इस बीच लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू टीमें जुटी हैं. सेना और आईटीबीपी के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस रेस्क्यू कार्य में जुटी है. भारतीय सेना की राजपूताना राइफल्स के 125 जवान, घातक टीम के 10 जवान, स्पेशल फोर्स के 30 जवान और BEG रुड़की के 250 जवान मलबे व कीचड़ के बीच लोगों को खोज रहे हैं. इसके अलावा सेना के 75 जवान और 7 खोजी कुत्ते मलबे में दबे लोगों का पता लगाने में जुटे हैं. इतना ही नहीं आईटीबीपी के 113 जवान पैदल मार्गों से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर राहत कार्य कर रहे हैं.
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