Uttarakhand Badrinath Avalanche: उत्तराखंड में शुक्रवार को भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र में माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन में करीब 55 मजदूरों फंस गए, जिनमें से 47 मजदूरों को तो बचा लिया गया हैं, लेकिन अभी भी आठ की तलाश जारी है. वहीं, इस मामले में पीएम मोदी ने भी सीएम धामी से बात कर स्थिति के बारे जानाकरी ली है. इस दौरान पीएम ने केंद्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहायता प्रदान किए जाने का आश्वासन दिया.
बता दें कि शुक्रवार को देर शाम तक इनकी तलाश की गई, लेकिन तेज बर्फबारी और क्षेत्र में आठ फीट तक बर्फ जमी होने से रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा था, वहीं, आज सुबह मौसम साफ होने पर फिर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया है.
सीएम धामी ने घायलों का पूछा हालचाल
इसी बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ आर्मी हेलीपेड पहुंचे, जहां उन्होंने लाए गए घायलों का हालचाल पूछा. माणा में हुए एवलांच के रेस्क्यू ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए आज जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड, ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी उत्तर भारत एरिया और डीजीबीआर माणा पहुंचने वाले है. वहीं, मौसम के अनुकूल रहने पर ले. जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड, मीडिया को ऑन साइट ब्रीफ करेंगे.
वहीं, चमोली के माणा में हुए हिमस्खलन को देखते हुए एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट से अलर्ट जारी करते हुए तीन हाई एल्टीट्यूट रेस्क्यू टीमों को जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात किया गया. शनिवार को मौसम साफ होते ही टीमों ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू उपकरणों के साथ उड़ान भरी. गोचर और सहस्रधारा में 8-8 लोगों की दो टीमों और जौलीग्रांट मुख्यालय में बटालियन की 10 लोगों की एक टीम को तैनात किया गया है.
इन टीमों को सेटेलाइट फोन और बर्फ में रेस्क्यू के लिए जरूरी उपकरणों के साथ तैनात किया गया है. वहीं एसडीआरएफ में अलर्ट जारी किया गया.
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