वाराणसी। कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवा को कौशल विकास मिशन से जोड़कर रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान किए जाएंगे। इसके लिए छह नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत की गई है। मंगलवार को कौशल विकास केंद्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि देश में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक लाख युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि धर्मांतरण लालच से होता है। उस पर सरकार सख्त है। मंत्री ने कोरोना से लड़ने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रशिक्षित करने के लिए कस्टमाइज्ड क्रैश कोर्स की शुरुआत की। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 26 राज्यों के 111 प्रशिक्षण संस्थानों में शुरू किया जाएगा। सफलता के बाद पूरे देश में लागू किया जाएगा। इस कोर्स को पूरा करने में दो से तीन महीने का समय लगेगा। तैयार अभ्यर्थी स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा देंगे। स्वास्थ्य सुविधाओं में 3 महीने की ऑन द जॉब ट्रेनिंग शामिल होगी। पहचान किए गए नए जॉब रोल्स में बेसिक केयर सपोर्ट, इमरजेंसी केयर सपोर्ट, एडवांस केयर सपोर्ट, सैंपल कलेक्शन सपोर्ट, होम केयर सपोर्ट, मेडिकल इक्विपमेंट सपोर्ट शामिल हैं। ये छह कोर्स हैं। उम्मीदवारों को मिलने वाले लाभों में एक सरकारी प्रमाण, वजीफा, 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा, आवास और भोजन शामिल हैं।