प्रतापगढ़। महाप्रबंधक उत्तर रेलवे आशुतोष गंगल ने प्रतापगढ़ जंक्शन के कायाकल्प प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने के लिए कहा है। यहां चल रहे कार्यों को इसी साल के अंत तक खत्म करने के निर्देश उन्होंने बुधवार को निरीक्षण करने के दौरान दिए। ऐसे में दो-तीन महीने में जंक्शन की सूरत बदलने की उम्मीद जताई जा रही है। दिन में करीब सवा ग्यारह बजे विशेष ट्रेन में लखनऊ से विंडो निरीक्षण करते हुए आए जीएम आशुतोष गंगल प्लेटफार्म पर उतरे तो चारों ओर एक नजर डाली। वह प्लेटफार्म संख्या एक पर लगाए गए प्रोजेक्ट बोर्ड को देखने लगे। उन्होंने यहां पर यार्ड के नवीनीकरण, प्लेटफार्म विस्तार समेत 12 अरब 50 करोड़ के प्रोजेक्ट के बारे में अफसरों से जानकारी ली। प्रोजेक्ट के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की। इसके बाद फुट ओवरब्रिज देखने पहुंचे। उसके बारे में जानकारी ली। दिव्यांगों की सुविधा के लिए रैंप नहीं बना होने पर इसकी व्यवस्था करने के लिए कहा। वहां कुछ देर ठहरने के बाद उन्होंने डीआरएम एसके सप्रा, मुख्य अभियंता निर्माण मनोज गर्ग, एडीआरएम वीके पांडेय व मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण एसके झा से बात की। अब तक हुए कार्यों के बारे में उनसे रिपोर्ट ली, अफसरों ने एनआर के जीएम गंगल को बताया कि यहां पर दो प्लेटफार्म चार व पांच नए बन रहे हैं। साथ ही पुराने प्लेटफार्मों का दोनों ओर विस्तार हो रहा है। कोरोना काल में कार्य मंद पड़ गया था। अब तेजी से कार्य कराया जाएगा। जंक्शन के संवर जाने पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। रेलवे में यह जंक्शन ए श्रेणी का है। अब तक उस मानक पर सुविधाएं नहीं थीं, अब वह मिलेंगी। इस पर जीएम ने उनसे कहा कि कार्यदायी संस्था को सचेत करें कि दिसंबर तक कार्य पूरा कराए। गुणवत्ता का खास ध्यान भी रखा जाए।जीएम करीब आधे घंटे तक प्रतापगढ़ जंक्शन का निरीक्षण करने के बाद यहां से सुलतानपुर के लिए रवाना हो गए।