लोगों को अब आरटीओ कार्यालय का नहीं लगाना पड़ेगा चक्कर

लखनऊ। ज्यादा वक्त नहीं है जब आवेदकों को घर बैठे ही लर्नर लाइसेंस मिल सकेंगे और लोगों को आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का ट्रायल बाराबंकी से हफ्तेभर में शुरू हो जाएगा। तैयारियां पूरी हो गई हैं। पोर्टल अपडेट हो चुका है। 15 दिन से एक माह के परीक्षण के बाद राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा। इससे आवेदकों को बड़ी राहत मिलेगी। चूंकि आवेदन और फीस जमा करने की ऑनलाइन व्यवस्था है ऐसे में आरटीओ कार्यालय में दी जाने वाली परीक्षाएं भी ऑनलाइन सुनिश्चित कराने को कहा गया था। इसे लेकर एनआइसी ने पोर्टल अपडेट कर दिया है। आवेदक को नहीं जाना पड़ेगा आरटीओ: आवेदक अपनी पूरी प्रक्रिया parivahan.gov.in पर जाकर ऑनलाइन पूरी करेंगे। आधार से लिंक करते ही आवेदक का पूरा ब्यौरा सामने होगा। आवेदकों को कागजातों की जांच के लिए नहीं जाना पड़ेगा। फीस जमा करने, सिग्नेचर अपलोड किए जाने, स्लॉट लेने और फीस जमा करने समेत पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। तय समय में देखें टयूटोरियल दें ऑनलाइन परीक्षा: आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद आवेदक को ऑनलाइन परीक्षा देनी होगी। इसके लिए उसे एक टयूटोरियल दिया जाएगा। आवेदक को तय समय के भीतर उसे देखना होगा। उसके बाद उसे परीक्षा देनी होगी। ऑनलाइन परीक्षा में 16 प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें से उसे नौ को पास करना अनिवार्य होगा। सही होने के बाद एआरटीओ उसका निर्धारित समय में अप्रुवल देंगे। जैसे ही एआरटीओ लर्नर लाइसेंस पर मुहर लगाएंगे, उसके कुछ देर बाद आवेदक अपने लर्नर लाइसेंस का प्रिंट घर बैठे ही निकाल सकेंगे। स्मार्ट इंटेलीजेंस सिस्टम के तहत परीक्षा की तकनीकी रूप से निगरानी भी की जाएगी, एनआइसी ने पोर्टल को अपग्रेड कर दिया है। परिवहन आयुक्त के देखने के बाद इसे शुरू करा दिया जाएगा। बाराबंकी कार्यालय में इसका ट्रायल चलेगा। परीक्षण के बाद इसे प्रदेश के अन्य जिलों में लागू किया जाएगा।

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