प्रयागराज। महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार अहम कदम उठाए जा रहे हैं। अब स्वयं सहायता समूह की महिला को मनरेगा में मेट बनाया जाएगा। यानी अब महिलाएं मनरेगा के कार्यों की निगरानी करेंगी। इसके एवज में उन्हेंं मानदेय भी मिलेगा। योजना को अमल में लाने की कवायद तेजी से की जा रही है। इसके तहत स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कुछ ब्लाकों में प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत प्रयागराज जिले में करीब 18 हजार स्वयं सहायता समूह संचालित हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बिजली बिल जमा कराने, राशन की दुकान के संचालन, सामुदायिक शौचालय का संचालन की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहीं हैं। उनमें कार्य करने का लगन भी जबरदस्त है। अब स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को शासन की ओर से मेट बनाने के लिए हरी झंडी दिखा दी गई है।