नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय वायु सेना ने संयुक्त रूप से स्वदेश में विकसित स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड हथियारों के सफलतापूर्वक दो उड़ान परीक्षण किए हैं। यह जानकारी बुधवार को रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में साझा की। मंत्रालय ने बताया कि ये परीक्षण राजस्थान के जैसलमेर में किए गए। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उपग्रह नेविगेशन और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सेंसर पर आधारित दो अलग-अलग उपकरणों का सफल परीक्षण किया गया है। इस तरह के बम का इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सेंसर आधारित उड़ान परीक्षण देश में पहली बार किया गया है। इस इलेक्ट्रो ऑप्टिक सेंसर को भी स्वदेश में ही विकसित किया गया है। मंत्रालय ने बताया कि वायु सेना ने जैसलमेर की चंदन रेंज से एक हथियार 28 अक्टूबर और दूसरा तीन नवंबर को लॉन्च किया था। दोनों परीक्षणों में हथियार ने अपने टारगेट पर उच्च सटीकता के साथ निशाना लगाया। इस हथियार की मारक क्षमता अधिकतम 100 किलोमीटर है। यह इमेजिंग इन्फ्रारेड सीकर तकनीकी से लैस है।