Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से सुरक्षाबलों की एक बड़ी सफलता सामने आई है. यहां पुलिस और सीआरपीएफ के अफसरों के सामने 23 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इन पर एक करोड़ 18 लाख रुपये का इनाम घोषित है. सरेंडर नक्सलियों में 8 हार्डकोर हैं. सुकमा के पहले कलेक्टर को किडनैप करने वाले नक्सली ने भी सरेंडर कर दिया है.
किस पर कितना है इनाम?
अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में डिवीजनल कमेटी सदस्य लोकेश उर्फ पोड़ियाम भीमा (35), पीएलजीए बटालियन नंबर के सदस्य रमेश उर्फ कलमू (23), कवासी मासा (35), प्रवीण उर्फ संजीव (23), नुप्पो गंगी (28), पुनेम देवे (30), पार्टी सदस्या परस्की पांडे (22), पार्टी सदस्य माड़वी जोगा (20), स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य सन्नु दादा का गार्ड नुप्पो लच्छु (25), पार्टी सदस्य पोड़ियाम सुखराम (24) और प्लाटून नंबर चार का डिप्टी कमांडर दूधी भीमा (37) पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था.
नक्सली एरिया कमेटी सदस्य मुचाकी रनौती (32), कलमू दूला (50), दूधी मंगला (30) और सिध्दार्थ उर्फ माड़वी (27) पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था. अधिकारियों ने बताया कि नक्सली पार्टी सदस्य हेमला रामा पर तीन लाख रुपये और सात नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था.
नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर क्षेत्र में बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है. अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति, ‘नियद नेल्ला नार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से प्रभावित होकर और अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण करने का फैसला किया.
राज्य के बस्तर क्षेत्र में पिछले दो दिनों में 45 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और इनपर कुल 1.55 करोड़ रुपये का इनाम था. इससे पहले शुक्रवार को नारायणपुर जिले में 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था और उनपर कुल 37.50 लाख रुपये का इनाम था.
वहीं, फोर्स ने कौटा के पीलावाया के जंगल में नक्सलियों के छिपाए विस्फोटक सामग्री बरामद किया था. बरामद सामग्रियों में 25 बंडल कोडेक्स वायर, 25 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 3 बंडल बिजली वायर, 1 खाली टिफीन, नक्सल वदी और नक्सल साहित्य शामिल है. सुरक्षा बलों के खिलाफ बड़े हमले की तैयारी के तहत माओवादियों ने ये विस्फोटक सामग्री छिपा कर रखी थी.
नक्सल दमन में सुरक्षाबलों की अहम भूमिका
इस सफलता में जिला पुलिस बल, डीआरजी सुकमा (DRG Sukma), वि-आशा यूनिट, रेंज फील्ड टीम जगदलपुर (Range Field Team), CRPF की 02, 223, 227, 204 और 165वीं बटालियन तथा कोबरा 208 यूनिट (COBRA Battalion) के खुफिया कार्मिकों का अहम योगदान रहा।
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