नई दिल्ली। एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथी को काम करने की अनुमति देने वाले एच-4 वीजा को बहाल करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने वर्क परमिट की मियाद बढ़ाकर प्रवासी भारतीयों के हित में बड़ा कदम उठाया है। हालांकि जो मियाद बढ़ायी गयी है, वह पर्याप्त नहीं है, क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भारतीयों का बड़ा योगदान है, इसलिए बाइडेन प्रशासन को इस पर सकारात्मक रूप से विचार करने की जरूरत है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन ने ऐलान किया है कि कुछ श्रेणी के आव्रजकों को अवधि पूर्ण होने के बाद भी वर्क परमिट (कार्य अनुमति) का इस्तेमाल अतिरिक्त डेढ़ साल तक करने की अनुमति दी जायगी। इससे उन प्रवासी भारतीयों को राहत मिलेगी, जिनको सीमित अवधि के लिए काम का अवसर मिलता है और 4.20 लाख प्रवासियों को रोजगार की सुरक्षा मिलेगी।
नवीनीकरण के लिए आवेदन करने के साथ चार मई 2022 तक के लिए वैध ईएडी रखने वाले गैर-नागरिक या 27 अक्तूबर, 2023 से पहले समय रहते ईएडी नवीनीकरण के लिए आवेदन करने वाले प्रवासियों को 540 दिन तक स्वतः विस्तार का लाभ मिलेगा। भले ही नवीनीकरण आवेदन को लेकर जारी प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले ही ईएडी की मियाद पूरी हो चुकी हो। इससे 87 हजार लोगों को लाभ होगा जिनका वर्क परमिट खत्म हो गया था।
एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को एच-4 वीजा के तहत अमेरिका में काम करने की अनुमति ओबामा प्रशासन ने दी थी लेकिन ट्रम्प प्रशासन ने इसे समाप्त करने की कोशिश की थी जिसका खामियाजा उन्हें चुनाव में भुगतना पड़ा। हालांकि जो बाइडेन के सत्ता सम्भालने के बाद इसे पुनः बहाल कर प्रवासी भारतीयों को बड़ी राहत दी। बाइडेन उच्च कौशल वीजा बढ़ाने और किसी देश के लिए कोटा निर्धारित करने की प्रणाली खत्म करने के समर्थक है।