New Delhi: देश के रेलवे स्टेशनों को स्मार्ट बनाने के लिए प्रधान नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशभर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। पीएम मोदी ने वर्चूअल कॉन्फ्रेंस के जरिए अमृत भारत स्टेशन योजना को लॉन्च किया। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प किया जाएगा। इस दौरान पीएम ने संबोधित करते हुए कहा कि देश में आधुनिक ट्रेनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। देश में रेलवे स्टेशनों पर बैठने के लिए अच्छी सीटें लग रही हैं। स्टेशनों पर अच्छे वेटिंग रूम बनाए जा रहे हैं। देश के हजारों रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा है। पीएम मोदी ने कहा कि देखा गया है कि इस मुफ्त इंटरनेट का बहुत से युवाओं ने लाभ उठाया है। कहा कि इससे युवा अच्छी पढ़ाई करके काफी आगे बढ़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब ट्रेन से लेकर रेलवे स्टेशन तक लोगों को एक बेहतर और उम्दा से उम्दा एक्सपीरियंस देने की कोशिश की जा रही है। देश का लक्ष्य है कि रेलवे की यात्रा हर नागरिक और यात्री के लिए सुलभ भी हो और सुखद भी हो।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi says, "…9th August is the day when the historic Quit India Movement began. Mahatma Gandhi gave the mantra and the Quit India Movement filled new energy into the steps of India towards attaining freedom. Inspired by this, today the entire… pic.twitter.com/frWkc6DIXB
— ANI (@ANI) August 6, 2023
उन्होंने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा, प्रेरणा, संकल्प है। भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे और उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा।
उन्होंने कहा कि इससे देश के सभी राज्यों को लाभ मिलेगा। उत्तर प्रदेश में करीब 4500 करोड़ रुपये के खर्च से 55 अमृत स्टेशन को विकिसत किया जाएगा। राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन अमृत रेलवे स्टेशन बनेंगे। उन्होंने रेल मंत्रालय की सराहना की और देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि रेलवे में जितना काम हुआ है वह हर किसी को प्रसन्न और हैरान करती है। दुनिया में दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है उससे अधिक रेल ट्रैक हमारे देश में इन 9 वर्षों में बिछाए गए हैं। साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में कुल जितना रेल ट्रैक है उससे अधिक रेल ट्रैक भारत में अकेले पिछले साल बनाए हैं।
रेलवे स्टेशनों से जुड़ी है शहरों की पहचान
प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलवे को देश की लाइफलाइन कहा जाता है। शहरों की पहचान भी रेलवे स्टेशनों से जुड़ी होती है। शहरों की सारी गतिविधियां रेलवे स्टेशनों के आसपास ही होती है। ऐसे में जरूरी है कि रेलवे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप में ढाला जाए। जब देश में इतने सारे आधुनिक स्टेशन बनेंगे तो इससे एक नया माहौल भी बनेगा। जब विदेशी पर्यटक इन आधुनिक स्टेशनों से इन शहरों में पहुंचेगा तो उस शहर की तस्वीर उसकी नजरों में यादगार बनेगी। इससे आर्थिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी।