Lucknow news: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह की आज दूसरी पुण्यतिथि को गौरव दिवस की तरह मनाया जा रहा है। इसी सिलसिले में गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ में स्व. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि “मैं दिल्ली से पिछड़ों के लिए काम करने वाले बाबूजी स्व. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने आया हूं। वो वक्त था, जब राम भक्तों का सैलाब अयोध्या में उमड़ पड़ा। लोगों ने दबाव बनाया कि गोलियां चलाकर कार सेवकों को रोका जाना चाहिए। बाबूजी ने बड़ा निर्णय लिया कि मैं गोली नहीं चलाऊंगा, मैं मुख्यमंत्री पद त्याग दूंगा। ये बड़ा बलिदान था। उनके अंदर गरीबों और पिछड़ों के लिए असीम संवेदना था। जिस दिन पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया। मैंने बाबूजी को फोन किया। उन्होंने जवाब दिया कि मेरा जीवन धन्य हो गया।”
गृहमंत्री ने आगे कहा कि “पीएम मोदी ने पिछड़ी जाति के लिए सबसे ज्यादा काम किया। नीट की परीक्षा में ओबीसी में रिजर्वेशन देने की बात की। गरीबों को रीजर्वेशन दिया। ओबीसी वर्ग के उद्यमियों के लिए एक अलग फंड बनाया गया। अब बताइए क्या लोकसभा चुनाव में 80 सीटों पर बीजेपी को जीताएंगे। ऐसा हो गया नहीं…। विजय संकल्प लीजिए।”
बाबूजी का राज सत्ता हुआ पूरा: सीएम योगी
वहीं, इस गौरव दिवस के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि “पहली बार जब भाजपा सरकार बनी, तब लोगों को पता चला कि सुशासन कैसा होता है। 1991 में ताला नगरी को नई पहचान देने के लिए कल्याण सिंह ने एक अलग से ताला नगरी स्थापना की थी। मुझे खुशी हो रही है कि 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद ये पहचान वैश्विक मंच पर पहुंच चुकी है। स्व. कल्याण सिंह को आज संतोष हो रहा होगा। वो सोच रहे होंगे कि 1992 में जिस कार्य के लिए मैंने राज सत्ता को छोड़ा था, वो पूरा हुआ। आज बाबूजी की पुण्यतिथि पर हम एकत्र हुए हैं। डबल इंजन की सरकार ने तय किया था कि पहली पुण्यतिथि पर सबसे पहले कैंसर इंस्टीट्यूट का नाम बाबूजी कल्याण सिंह के नाम पर रखा गया। मैं उनकी स्मृतियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।