Dev Diwali in varanasi: जान्हवी के अर्धचन्द्राकार घाटों पर जब दीपों की माला पहने हुए माँ गंगा का श्रृंगार होता है तो व छठा अद्भुत होती है, ऐसा लगता है तारे जमीन पर उतर आए है. इस अलौकिक छठा को देखने के लिए देशी और विदेशी मेहमान काशी आते है. ये नजारा इस साल 27 नवंबर को दिखेगा जब काशी में खुद भगवान देव दीपावली मनाने के लिए काशी के घाटों पर उतरेंगे. योगी सरकार देव दीपावली को भव्य बनाने के लिए 11 लाख दियों से घाटों को रोशन करेगी. जिसमे 1 लाख दिए गाय के गोबर से बने होंगे.
रेत का इलाका भी होगा रोशन
उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर 84 घाटों की श्रृंखला पर इस साल योगी सरकार की तरफ से और जन सहभागिता से 11 लाख से अधिक दीप जलते हुए दिखेंगे. पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि 11 लाख दीयों में 1 लाख दिये गाय के गोबर से बने होंगे. 6 लाख घाटों पर तो 5 लाख गंगा पार रेत पर दीपक टिमटिमाते हुए दिखेंगे. गंगा पार रेत पर विद्युत झालर भी लगाया जाएगा. जिससे रेत का इलाका भी पूरी तरह रोशन हो सके.
देश विदेश से खींचे चले आते है पर्यटक
देव दीपावली पर काशी की इस अद्भुत छटा को देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक खींचे चले आते है. कुंड, तालाब व जलाशयों पर भी दीप जलाए जाते है. देव दीपावली पर होटल, गेस्ट हाउस, नाव, बाजरा, बोट व क्रूज़ फुल हो जाते है. गंगा पार रेत पर प्रदूषण रहित पर्यटक ग्रीन पटाखों का भी आनंद ले सकेंगे.
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