Cm yogi: मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद, आगरा एक्सप्रेसवे व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने का आदेश दिया और कहा इसके किनारे औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने शाहजहांपुर के जलालाबाद में गंगा एक्सप्रेसवे पर 3.50 किमी लंबी हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता पर भी जोर दिया। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण का निर्णय 2019 के प्रयागराज कुंभ में लिया था। बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को गंगा एक्सप्रेसवे के जरिए प्रयागराज तक जोड़ा जाएगा। वर्ष 2020 में कैबिनेट से इजाजत मिलने के बाद कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया।
गंगा एक्सप्रेसवे के लोकार्पण की तैयारी
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने बताया है कि 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से हापुड़, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज तक बनाया गया है। कार्य पूर्ण होने पर जनता के लिए इसका लोकार्पण किया जाएगा। 36,230 करोड़ की लागत से बने गंगा एक्सप्रेसवे की कार्यदायी संस्था द्वारा 30 वर्ष की गारंटी होगी।
लैंडिंग के दौरान भी आवागमन में नही होगी बाधा
जानकारी के मुताबिक, कंक्रीट और सीमेंट की पांच किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी छह लेन की है। पट्टी के दोनों तरफ काफी चौड़ी पटरी बनाई गई है। बताया जा रहा है कि करीब ढाई मीटर चौड़ाई की ड्रेन तथा बाद में दस-दस मीटर चौड़ी दोनों तरफ रोड बनाई गई है। वाहन इस रोड को लांघकर पट्टी पर न चढ़ जाएं, इसके लिए ड्रेन बनी है। इमरजेंसी में होने वाली विमान लैंडिंग के दौरान वाहन दोनों तरफ बनाई गई इसी दस-दस मीटर चौड़ी सड़क से आ-जा सकेंगे।
जिले में जून में पूरा होगा निर्माण
गंगा एक्सप्रेसवे का शाहजहांपुर जिले में चल रहा काम जून में पूरा हो जाएगा। इसी दौरान बताया जा रहा है कि अभी तक यहां करीब 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दो व तीन मई को प्रस्तावित विमान लैंडिंग के कार्य के कारण निर्माण कंपनी एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड कुछ दिनों से जलालाबाद क्षेत्र में गांव खंडहर से चमरपुरकलां तक पांच किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी व उससे जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं के सुधसर में जुटी हुई है।
इसे भी पढ़ें :- RBI: नौकरी करने वाला नही नौकरी देने वाला देश बन रहा भारत, स्टार्टअप पर जोर देते हए बोले RBI गवर्नर