Shree Satyanarayan Pooja: हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार 18 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा है. सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान करते हैं. इसके बाद विधि-विधान से जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा, जप-तप करते हैं.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पूर्णिमा तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा-उपासना करने से साधक को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. साथ ही आर्थिक तंगी से भी मुक्ति मिलती है. वैसे तो कहा जाता है कि सत्यनारायण देव की पूजा हेतु शुभ मुहूर्त का विचार नहीं किया जाता है. किसी दिन और किसी समय सत्यनारायण देव की पूजा कर सकते हैं.
शुभ मुहूर्त
ऐसे में आपको बता दें कि ज्योतिषियों के मुताबिक,भाद्रपद की पूर्णिमा तिथि 17 सितंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 18 सितंबर को सुबह 08 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में साधक 17 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा व्रत रख सकते हैं. और 18 सितंबर को श्री सत्यनारायण पूजा कर सकते हैं. इस वर्ष 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी है. अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन गणेश विसर्जन भी किया जाता है.
पंचांग
सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 08 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 06 बजकर 22 मिनट पर
चन्द्रोदय- शाम 06 बजकर 37 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 34 मिनट से 05 बजकर 21 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से 03 बजकर 06 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 22 मिनट से 06 बजकर 46 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक
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