प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के तमाम हिस्सों को जोड़ने के लिए 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाए जाने की घोषणा करने के बाद रेलवे इसे जमीनी स्तर पर उतारने में जुट गया है। इसके लिए संभावित रूट को चिह्नित करने का काम रेलवे ने शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि पहले चरण में यूपी समेत उन पांच राज्यों को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिलेगी जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें से तीन वंदे भारत एक्सप्रेस प्रयागराज से होकर गुजरेंगी। इसकी घोषणा विधानसभा चुनाव के आसपास किए जाने की संभावना है। वर्तमान में नई दिल्ली से वाराणसी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन प्रयागराज के रास्ते हो रहा है, जो दिल्ली से सुबह छह बजे चलकर दिन में 12.08 बजे प्रयागराज पहुंचती है। इसी मार्ग पर एक अन्य वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी रेलवे ने की है, जो वाराणसी से ही सुबह छह बजे चलकर दिन में दो बजे दिल्ली पहुंच जाएगी।इसके अलावा पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से एक अन्य वंदे भारत मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लिए प्रयागराज के रास्ते चलाए जाने की तैयारी रेलवे ने की है। वाराणसी से नागपुर वाया प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने पर रेलवे में मंथन चल रहा है। इन तीनों का ही संचालन अगले वर्ष ही शुरू होने की बात कही जा रही है। हालांकि रेलवे के अफसर अभी इस बारे में ज्यादा कुछ बताने से बच रहे हैं, लेकिन रेल मंत्रालय ने एनसीआर समेत सभी जोनल रेलवे से यह कह दिया है कि पहले ऐसे रूटों का चयन किया जाए, जहां ट्रेन को पर्याप्त संख्या में यात्री मिले। सूत्र बताते हैं कि देश भर में चल रही शताब्दी एक्सप्रेस को भी वंदे भारत में बदले जाने की तैयारी पर रेलवे विचार कर रहा है। एनसीआर जोन की बात करें तो वर्तमान समय यहां नई दिल्ली-भोपाल, नई दिल्ली-कानपुर और नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा देश में सर्वाधिक स्पीड वाली नई दिल्ली-झांसी गतिमान एक्सप्रेस भी एनसीआर जोन में ही संचालित हो रही है।