Hariyali Amavasya: इस साल हरियाली अमावस्या पर बन रहे 3 शुभ संयोग, जानें स्नान-दान मुहूर्त और महत्व

Hariyali Amavasya 2023: हिन्‍दू पंचांग में अमावस्‍या वह दिन होता है जिस दिन चंद्रमा को नहीं देखा जा सकता है। हिन्‍दू धर्म मे अमावस्‍या का विशेष महत्‍व होता है। परन्‍तु सावन माह भगवान शिव को समर्पित है। इस लिए इस माह में पड़ने वाले अमावस्‍या का महत्‍व बहुत ज्‍यादा होता है। सावन के अमावस्‍या को हरियाली अमावस्‍या कहा जाता है। इस साल हरियाली अमावस्या पर 3 शुभ संयोग बन रहे हैं। हरियाली अमावस्या के दिन सूर्योदय के साथ स्नान और दान प्रारंभ होता है। आज के दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। हरियाली अमावस्‍या पर्यावरण के महत्‍व को भी दर्शाता है। तो चलिए ज्‍योतिषाचार्य से जानते हैं हरियाली अमावस्या कब है? हरियाली अमावस्या पर कौन से 3 शुभ संयोग बने हैं? हरियाली अमावस्या का महत्व और स्नान दान-मुहूर्त क्या है?

हरियाली अमावस्या ​तिथि
हिंदू पंचांग के मुताबिक, 16 जुलाई को रात 10:08 बजे हरियाली अमावस्या की तिथि प्रारंभ हो जाएगी और यह तिथि 18 जुलाई को 12:01 बजे अपराह्न तक रहेगी। ऐसे में सूर्योदय तिथि के आधार पर हरियाली अमावस्या 17 जुलाई को मनाई जाएगी।

3 शुभ संयोग में हरियाली अमावस्या 2023
इस बार हरियाली अमावस्या पर 3 शुभ संयोग बन रहे हैं। 17 जुलाई को हरियाली अमावस्या के दिन सोमवार है। इस वजह से सोमवती अमावस्या भी है और सावन का दूसरा सोमवार व्रत भी है। इन दो शुभ संयोग के अलावा तीसरा सुंदर संयोग यह है कि हरियाली अमावस्या तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग बना है। 18 जुलाई को सुबह 05:11 बजे से लेकर सुबह 05:35 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग है। कोई भी तिथि सूर्योदय से सूर्योदय तक मान्य होती है।

जानें क्यों कहते है हरियाली अमावस्या
दरअसल सावन माह में बारिश अधिक होती है और इस वजह से धरती पर चारों ओर हरियाली ही हरयाली छाई रहती है। चारों तरफ हरे भरे पेड़-पौधे नजर आते हैं। इस समय प्रकृति अत्यधिक सुंदर दिखाई पड़ती है। इस वजह से श्रावण अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहते हैं।

महत्व
स्नान, दान, पूजा-पाठ के अलावा हरियाली अमावस्या का एक बड़ा महत्व यह है कि इस दिन पेड़-पौधे लगाने से पुण्य प्राप्त होता है। हरियाली अमावस्या के दिन आप पौधों को लगाकर अपनी किस्मत को संवार सकते हैं। इससे आपको देवी, देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हरियाली अमावस्या के दिन दैव पौधे जैसे पीपल, नीम, केला, बरगद, तुलसी, आंवला आदि लगाने चाहिए, जो आपके लिए शुभ हों।

हरियाली अमावस्या 2023 स्नान-दान मुहूर्त
हरियाली अमावस्या पर सूर्योदय के साथ ही स्नान-दान शुरू हो जाता है। हरियाली अमावस्या पर आप पूरे दिन पौधे लगा सकते हैं। वैसे शुभ मुहूर्त की बात करें तो सुबह 05:34 बजे से सुबह 07:17 बजे तक और सुबह 09:01 बजे से सुबह 10:44 बजे तक शुभ समय है। इस दिन का अभिजित मुहूर्त 12:00 पीएम से 12:55 पीएम तक है।

 

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