Health Tips: सुबह खाली पेट इन पत्तियों का करें सेवन, डायबिटीज से मिलेगी मुक्ति

Sugar Reducing Leafs:  आज हम आपको एक ऐसी बीमारी के बारे मे बताने जा रहे है। जिससे आजकल के समय में हर घर के लोग परेशान है। जी हां, आज हम बात करनें जा रहे है डायबिटीज के बारे में। यह एक ऐसी बीमारी है जिससे तो लोग बचे है लेकिन कोई घर नहीं बचा है। इस बीमारी में  हार्ट, बीपी, किडनी, आंख आदि से संबंधित नसों में शुगर की बढ़ी मात्रा दौड़ने लगती है। यह इन अंगों को खराब करने लगती है। आपको बता दें कि आयुर्वेद में बहुत पहले  से ही कई पत्तियों से डायबिटीज का इलाज किया जाता रहा है लेकिन अब विज्ञान भी इसे प्रमाणित करने लगा है।

एक रिसर्च में यह दावा किया गया है कि करीब 800 ऐसे पेड़-पौधे हैं जिनमें एंटी-डायबेटिक गुण मिले हैं। लेकिन इनमें से अधिकांश पर अभी और ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत है। तो चलिए जानते है उन पत्तियों के बारे में जिनके सेवन से ब्लड शुगर यानी डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है।

सुबह-सुबह इस पत्तियों का करें सेवन

कॉस्टस इग्नियस या इंसुलिन प्लांट – कॉस्टस इग्नियस को इंसुलिन प्लांट के नाम से जाना जाता है। यह प्लांट कर्नाटक और केरल में पाया जाता है। कॉस्टस इग्नियस के पत्ते को चबाने से ब्लड ग्लूकोज लेवल बहुत कम हो जाता है। इसका अध्ययन में कुछ चूहों को डेक्सामेथोसोन देकर उनमें शुगर की मात्रा बढ़ाई गई। इसके बाद जब कॉस्टस इग्नियस की खुराक दी गई तो अचानक ब्लड शुगर का लेवल डाउन हो गया। यही कारण है आज कॉस्टस इग्नियस के पत्ते से बने टैबलेट को भी बाजार में बेचा जा रहा है।

भृगुराज – भृगुराज को आमतौर पर लोग बालों की मजबूती के लिए जानते हैं लेकिन भुगुराज के पत्ते को चबाकर ब्लड शुगर को भी घटाया जा सकता है। भृगुराज की पत्तियों में एंटी-डायबेटिक व हाइपोग्लासेमिक गुण होता है। यानी यह ब्लड शुगर को कम करने की क्षमता रखता है। भृगुराज के पत्तों को सुबह खाली पेट खाने से दिन भर ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है और इंसुलिन का उत्पादन बढ़ नेचुरली बना रहता है।

यूक्लिप्टस (नीलगिरी) – यूक्लिप्टस को नीलगिरी का पेड़ कहा जाता है। नीलगिरी का तेल कीड़े-मकोड़े को भगाने में उपयोग किया जाता है। रिसर्च में नीलगिरी के पत्तों में एंटी-डायबेटिक गुण पाया गया है। यूक्लिप्टस के पत्तों में ग्लाइकोसाइड्स, अल्कालॉयड, फ्लेवेनोएड्स, टरपेनोएड्स, केरेटेनोएड्स जैसे कंपाउड पाए जाते हैं जो पैंक्रियाज के बीटा सेल्स को सक्रिय करने में अपनी भूमिका निभाते हैं। ये नेचुरली तरीके से इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाता है। सुबह-सुबह कुछ नीलगिरी के पत्ते को चबाने से पूरा दिन ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *