Sawan: सनातन धर्म में सावन महीने का विशेष महत्व होता है। यह माह भगवान शिव को बेहद प्रिय होता है। इस साल सावन की शुरुआत 4 जुलाई से हो रहा है। खास बात यह है कि इस बार सावन 59 दिनों का होने वाला है। यह संयोग 19 साल बाद बन रहा है। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को है, जबकि अंतिम 28 अगस्त को रहेगा। सावन के सोमवार का व्रत रखने वालों को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
श्रावण मास का प्रत्येक दिन भगवान शिव की पूजा के लिए बेहद खास माना जाता है, लेकिन सावन के सोमवार शिवजी की कृपा का लाभ पाने के लिए सबसे शुभफलदायी माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस बार चार सावन सोमवार तथा चार अधिकमास सावन सोमवार होंगे। सोमवार व्रत 10 जुलाई, 17 जुलाई, 21 अगस्त, 28 अगस्त को है।
बीच में सावन अधिकमास का सोमवार व्रत 24 जुलाई, 31 जुलाई, 07 अगस्त और 14 अगस्त को है। 18 जुलाई से 16 अगस्त तक सावन अधिकमास रहेगा। इसे मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। पूरे महीने शिव और माता पार्वती दोनों की असीम कृपा प्राप्त होगी। सावन में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद भगवान शिव को दूध और जल अर्पित करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
आठ सावन मंगला गौरी व्रत भी पड़ेंगे
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, आठ सोमवार के अलावा आठ सावन मंगला गौरी व्रत भी पड़ेंगे। पहला मंगला गौरी व्रत चार जुलाई को होगा। दूसरा मंगला गौरी व्रत 11 जुलाई, तीसरा 22 अगस्त, चौथा 29 अगस्त को होगा। सावन अधिकमास का मंगला गौरी व्रत पहला 18, दूसरा 25 जुलाई, तीसरा एक, चौथा आठ और पांचवां 15 अगस्त को रखा जाएगा।