वाराणसी। आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में कार्यवाही तेज हो गई है। एमसीएच विंग, क्षेत्रीय नेत्र संस्थान का संचालन शुरू हो गया है, विभाग स्तर पर कायाकल्प का काम भी चल रहा है। अब यहां पैरामेडिकल सेवाओं में बेहतरी के लिए पैरामेडिकल कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया है। सोमवार को बोर्ड आफ (बीओजी) गर्वनर के चेयरमैन और नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता में हुई बीओजी की मीटिंग में यह फैसला हुआ। आईएमएस में एम्स जैसी सुविधाओं का समय-समय पर मूल्यांकन करने और अन्य कार्यों को लेकर बीओजी का गठन किया गया है। इसमें नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल को अध्यक्ष बनाया गया है। सोमवार को ऑनलाइन मीटिंग में एम्स जैसी सुविधा मिलने की दिशा में अब तक हुए कार्यों की समीक्षा की गई। इसमें आईएमएस निदेशक प्रो. बीआर मित्तल ने विभागवार होने वाले कार्यों की प्रगति, आगे की योजनाओं आदि के बारे में बताया। निदेशक ने कहा कि मीटिंग में नर्सिंग कॉलेज के अपग्रेडेशन के साथ ही यहां एमएससी नर्सिंग का कोर्स शुरू करने का निर्णय हुआ। इसके बाद एमएससी की पढ़ाई शुरू हो सकेगी। इसके अलावा रेडियोलॉजी, लैब टेक्नोलॉजी, रेडियोथिरेपी, डायग्नोसिस आदि में पैरामेडिकल कोर्स भी शुरू कराया जाएगा। कोर्स की रूपरेखा बनाने सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी करने संबंधी बिंदुओं पर भी मंथन हुआ। आईएमएस निदेशक ने बताया कि नए-नए विषयों पर शोध के लिए आईएमएस में रिसर्च सेल भी खोला जाएगा। फिलहाल डीन रिसर्च को सेल की जिम्मेदारी दी जाएगी। मीटिंग में फैसला होने के बाद अब इस दिशा में कार्रवाई शुरू हो जाएगी। मीटिंग में स्थानीय स्तर पर मॉडर्न मेडिसिन, डेंटल और आयुर्वेद के डीन के साथ ही अन्य सदस्यों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया।