उत्तर प्रदेश। देशभर में धूमधाम के साथ आज यानी वैशाख पूर्णिमा के दिन बुद्ध पूर्णिमा का महापर्व मनाया जा रहा है। बताया जाता है कि महात्मा बुद्ध का बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस से भी खास कनेक्शन है क्योकि महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ती के बाद सारनाथ में बपना पहला उपदेश दिया था। वाराणसी के सारनाथ स्थित महाबोधि मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा पर देश विदेश के श्रद्धालुओं का तांता लगा है। महात्मा बुद्ध के अस्थि अवशेष का दर्शन लोगों के आस्था का केंद्र बना है।वहीं आज सुबह से ही बौद्ध अनुयायी अस्थि दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।
बताया जाता है कि केवल वर्ष में दो बार ही यहां बौद्ध अनुयायियों को महात्मा बुद्ध के अस्थि अवशेष के दर्शन का मौका मिलता है। अस्थि अवशेष के दर्शन के लिए महाराष्ट्र, नागपुर, गुजरात, यूपी समेत विदेशी अनुयायियों की भीड़ लगी रही। इसके अलावा महात्मा बुद्ध के संदेश को जन जन तक पहुंचाने के लिए यात्रा भी निकाली गई। वहीं इसके अलावा भी शाम को महात्मा बुद्ध पर आधरित विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन भी किया जाएगा।
आज ही हुआ था महात्मा बुद्ध का जन्म
मालुम हो कि आज के दिन ही लुम्बिनी में सिद्धार्थ (महात्मा बुद्ध) का जन्म हुआ था जो बाद में महात्मा बुद्ध बने। इसके अलावा आज के दिन ही बोधगया में उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसलिए बौद्ध अनुयायियों के लिए आज का दिन बेहद खास होता है।
विदेशों से आते है अनुयायी
बताते चलें कि बोधगया में ज्ञान प्राप्त होने के बाद गौतम बुद्ध ने वाराणसी के सारनाथ में ही पहला उपदेश दिया था। इसी कारण लाखों बौद्ध अनुयायियों के लिए ये स्थान विशेष तीर्थ है। जिसके वजह से देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी यहां आते है।