लखनऊ। कोरोना महामारी से मृत लोगों की पत्नियों (विधवाओं) की मदद के लिए योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऐसी विधवाओं के पक्ष में तत्काल वरासत दर्ज कराने व पात्रता की परिधि में आने पर कृषि और आवासीय भूमि का पट्टा देने का अभियान शुरू हो गया। मुख्यमंत्री ने टीम-9 की बैठक में इस अभियान को बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए निर्देशित किया कि खतौनी की नकल राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा लाभार्थी को उसके आवास पर उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन ने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे कोविड-19 महामारी से मृत लोगों की विधवा सहित विधिक उत्तराधिकारियों के पक्ष में तत्काल वरासत दर्ज कराएं। इसके लिए मृत भूमिधर की विधवा से किसी आवेदन पत्र की आवश्यकता नहीं है। संबंधित क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा आवश्यक विवरण जुटाकर वरासत दर्ज कराने की कार्यवाही की जाएगी। इसी तरह यदि पति की मृत्यु की दशा में विधवा निराश्रित हो गई है और उसकी आजीविका का कोई साधन नहीं है या आवास की समुचित व्यवस्था नहीं है तो भी मदद की जाएगी। ऐसी निराश्रित विधवा महिलाओं को पात्रता के अनुसार कृषि योग्य व आवासीय भूमि का पट्टा दिया जाए। आवास की पात्रता होने की दशा में ग्राम्य विकास विभाग से संपर्क कर आवास निर्माण की कार्रवाई की जाएगी।