लखनऊ। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मंगलवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र में सदन के सुचारू संचालन में सभी दलों से सहयोग मांगा है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसदीय परंपरा के अनुसार मानसून सत्र में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा-परिचर्चा के लिए सरकार पूरी गंभीरता एवं विश्वास के साथ सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। विधानंडल सत्र के मद्देनजर सोमवार को विधान भवन में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है। सभी के सहयोग से सदन के सुचारू संचालन से अधिकतम वैचारिक उत्पादन का संदेश दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष की ओर से पूरे सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रित है तथा गति स्थिर हो चुकी है। लेकिन कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना को नियंत्रित करने एवं बचाव के सभी उपाय किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बैठक में सभी दलों के नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि नियमत: उठाए जाने वाले जनकल्याणकारी मुद्दों पर सरकार सार्थक वार्ता करते हुए सभी सदस्याें के अनुभवों का लाभ उठाएगी। सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए गंभीर चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। उन्होंने भी सदन संचालन में सभी का सहयोग मांगा। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सदन के सुचारु संचालन से सभी को सीखने का मौका मिलता है तथा इसके लिए विपक्ष का सहयोग जरूरी है। बैठक में सपा के नरेंद्र सिंह वर्मा, बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना, सुभासपा के ओम प्रकाश राजभर तथा अपना दल (सोनेलाल) की लीना तिवारी ने अपने-अपने दलों की ओर से विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन में पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। कार्यमंत्रणा समिति ने 24 अगस्त तक का कार्यक्रम तय किया। सर्वदलीय बैठक से पहले विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई जिसमें 17 से 24 अगस्त तक सदन की कार्यवाही का कार्यक्रम तय किया गया। तय कार्यक्रम के अनुसार 17 अगस्त को विधानसभा के दिवंगत सदस्यों विजय कुमार कश्यप, सुरेश कुमार श्रीवास्तव, रमेश चंद्र दिवाकर, केसर सिंह, दल बहादुर एवं देवेंद्र प्रताप सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। 18 अगस्त को दिवंगत हुए भूतपूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और उसके बाद अध्यादेशों एवं अधिसूचनाओं को सदन के पटल पर रखा जाएगा। विधेयकों को सदन के पटल पर रखा जाएगा। 18 अगस्त को ही 12.30 बजे से अनुपूरक बजट रखा जाएगा। 19 अगस्त को अनुपूरक बजट पर चर्चा के बाद विनियोग विधेयक पेश किया जाएगा और उसे पास कराया जाएगा। 23-24 अगस्त कोे विधायी कार्य होंगे। बीच में आवश्यकतानुसार कार्यमंत्रणा समिति पुन: होगी।