करीब दो माह बाद वाराणसी में शुरू हुआ नाव का संचालन

वाराणसी। वाराणसी में हर-हर महादेव के जयघोष के साथ शुक्रवार की सुबह सात बजे से गंगा में नौका का संचालन शुरू हो गया। नाविकों ने करीब दो माह गंगा में अपनी-अपनी नावें उतारीं। सुरक्षा मानकों के साथ और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नावों के संचालन की मंजूरी प्रशासन ने दी है। शुक्रवार की सुबह से ही गंगा की लहरों में पर्यटक नौकायन करते दिख रहे हैं। वाराणसी में अनलॉक की प्रक्रिया के तहत दुकान और मंदिर खुलने के बाद आज से गंगा में नाव संचालन शुरू हो गया। अभी नाव संचालन की अनुमति सिर्फ उन नाविकों को है, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन ले लिया है। 14 जून से बड़े पैमाने पर नाव संचालन शुरू हो जाएगा। इसके लिए आज से नाविकों के टीकाकरण के लिए कैंप लग रहा है। वाराणसी के सबसे पुराने घाटों में से एक दशाश्वमेध घाट पर एक नाव चालक ने बताया कि लगभग 2 महीने बाद गंगा में फिर से नाव चलनी शुरू हुई है। हम कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। बता दें कि फिलहाल सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक नौका संचालन का समय रखा गया है। वीकेंड लॉकडाउन के दौरान गंगा में नाव का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। दरअसल कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद जिला प्रशासन ने गंगा में नावों को फिर से चलाने की इजाजत दी है। वाराणसी में नाव संचालन की अनुमति के बाद वाराणसी के नाविकों के चेहरे खिल उठे। नाविकों में एक बार फिर से उम्मीद जगी है कि अब उनका रोजगार चलेगा और आर्थिक संकट से जूझ रहे नाविकों को राहत मिलेगी। गंगा में नाव संचालन से फिर से वाराणसी के घाटों पर रौनक आएंगी। इसके साथ ही कोरोना की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को फिर से संजीवनी मिलेगी। बता दें कि बृहस्पतिवार को अधिकारियों के साथ नाविकों की बैठक में संचालन शुरू करने के दिशा निर्देश जारी किए गए। एसीएम द्वितीय महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि नाविकों के वैक्सीनेशन के बाद सोमवार से नौका संचालन पर लगी रोक हटा ली जाएगी। शुक्रवार से कैंप लगाकर नाविकों का वैक्सीनेशन कराया जाएगा। तीन दिनों में वैक्सीनेशन पूरा करने के बाद सोमवार से नौका संचालन की अनुमति कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार दी जाएगी। जिन नाविकों को कोविड की वैक्सीन लग चुकी है वो 11 जून से नाव का संचालन करेंगें। बाकी सभी नाविक 14 जून से वैक्सीन लगवाने के बाद से नाव का संचालन करेंगे। नाव संचालन के लिए नाविकों को वैक्सीन लगाने की रिपोर्ट अनिवार्य की गई है।

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