वाराणसी। रुद्र की नगरी वाराणसी में गंगा का रौद्र रूप अब राहत में तब्दील होने लगा है। 12 अगस्त से खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं गंगा 15 अगस्त को रात आठ बजे तक चेतावनी बिंदु के नीचे पहुंच गईं। पांच सेमी प्रतिघंटा की रफ्तार से जलस्तर में हो रहे घटाव से बाढ़ प्रभावित लोगों ने राहत की सांस ली। सामनेघाट, वरुणापार समेत सभी निचले इलाकों में जलस्तर तो कम हो गया है। लेकिन कीचड़ और जलजमाव के साथ ही संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, सोमवार को सुबह गंगा का जलस्तर 69.46 मीटर था और रात आठ बजे यह 68.85 मीटर दर्ज किया गया। रविवार को भी जलस्तर में गिरावट लगातार जारी रही और रात आठ बजे पानी चेतावनी बिंदु (70.26 मीटर) से नीचे उतर आया था।
गंगा में घटाव से निचले इलाकों सहित वरुणा तटवर्ती क्षेत्रों में भी पानी लगभग निकल चुका है। सामनेघाट इलाके में स्थित मारुति नगर, हरिओम नगर, कृष्णा नगर, सत्यम नगर, महेश नगर, नगवां स्थित गंगोत्री विहार कॉलोनी में रहने वाले बाढ़ का पानी पीछे हटते ही अपने-अपने घरों की सफाई करने में जुट गए हैं। इसके साथ ही लोगों ने सड़कों और गलियों में जमी सिल्ट हटाने के लिए नगर निगम से गुहार लगाई है।