प्रयागराज। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में वृद्धि होने से जुलाई में घरेलू गैस के दामों में बढ़ोत्तरी की संभावना बढ़ गई है। ऑयल कंपनियों की ओर से इसको लेकर दबाव बनाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि तीन महीनों से घरेलू गैस के दामों में कोई वृद्धि नहीं हुई है। इसलिए जुलाई में दाम बढ़ाए जाने चाहिए। हालांकि इस पर सरकार अभी पसोपेश में है। एक तरफ डीजल और पेट्रोल के दाम रोजाना बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ घरेलू गैस के दाम बढ़ाने पर कहीं लोगों का गुस्सा सड़क पर न आ जाए। केंद्र सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के चलते अप्रैल, मई और जून में तीन महीने तक घरेलू गैस के दामों में कोई वृद्धि नहीं की है। घरेलू गैस का एक सिलिंडर 862 रुपये में मिल रहा है। जबकि सब्सिडी मात्र 48 रूपये ही दी जा रही है। केंद्र सरकार ने पिछले साल से घरेलू गैस सिलिंडर के दामों में हाल के तीन महीनों को छोड़कर लगातार बढ़ोत्तरी ही की है जबकि सब्सिडी जस की तस रखी है। हालांकि कामर्शियल सिलिंडर के दाम इस महीने की शुरूआत में तकरीबन डेढ़ सौ रूपये बढ़ा दिए थे। उसी समय घरेलू गैस सिलिंडर के दामों में भी बढ़ोत्तरी की बात सामने आई थी लेकिन कोरोना के चलते सरकार ने इसे टाल दिया था। अब इस बार कहा जा रहा है कि कोरोना के मामले कम हो गए हैं और मार्केट भी खुल गया है। व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ गईं है। इस वजह से घरेलू गैस सिलिंडर के दामों में बढ़ोत्तरी की जाएगी। हालांकि ऑयल कंपनी के अधिकारियों की ओर से इस मामले में अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा रहा है। ऑयल कंपनियों को सरकार के निर्णय का इंतजार है। उधर, गैस एजेसियों के संचालकों की ओर से घरेलू गैस सिलिंडर के दामों में बढ़ोत्तरी की बातें कहीं जा रही हैं। बताया जा रहा है कि सरकार दो दिनों के अंदर ही गैस सिलिंडर के दाम बढ़ाकर नया रेट लागू कर सकती है।