लखनऊ। दालों की लगातार बढ़ रही कीमत को नियंत्रित करने के लिए जिले में तहसीलवार अफसरों की टीमें सक्रिय की गई हैं। यह टीमें स्टॉक व रेट की जांच करेंगी। निर्धारित से अधिक दाल का स्टॉक मिलने व ओवर रेटिंग की पुष्टि होने पर विक्रेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए कार्रवाई करेंगी। दालों की बढ़ती कीमतें नियंत्रित करने के संबंध में आयुक्त खाद एवं रसद का पत्र मिलने के बाद डीएम अरुण कुमार ने तहसीलवार जांच टीम गठित की है। जिले की चारों तहसील क्षेत्र में एसडीएम के निर्देशन में काम करेंगी। टीम में तहसीलदार के साथ विपणन व आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। डीएम ने टीम को दुकानों की जांच कर दाल के स्टॉक का सत्यापन करते हुए रेट की क्रास चेकिंग करने की हिदायत दी है। डीएम ने विक्रेताओं को भारत सरकार के निर्धारित पोर्टल पर दाल मिलों से आयत, स्टॉकिस्ट व थोक विक्रेताओं को स्टॉक व रेट की सूचना प्रतिदिन अपलोड करने को कहा है। जांच के दौरान स्टॉक से अधिक दाल मिलने तथा ओवर रेटिंग की पुष्टि होने के बाद आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। डीएम ने हर टीम को प्रत्येक दिन की जांच रिपोर्ट डिप्टी आरएमओ कार्यालय में जमा कराने का निर्देश दिया है। डिप्टी आरएमओ भीमाचंद गौतम ने बताया कि कोविड संक्रमण कॉल में पांच तरह की दालों के कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए निर्णय लिया गया है। दाल की जमाखोरी व ओवररेटिंग पर कार्रवाई करते हुए आम नागरिकों को निर्धारित मूल्य पर मुहैया कराया जाएगा।